चंडीगढ़ । डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के गोरखधंधों की राजदार हनीप्रीत और डेरा की चेयरपर्सन विपश्यना से शुक्रवार को हरियाणा पुलिस के साथ एसआईट टीम ने पांच घंटे तक पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार, एसआईटी ने दोनों को एक दूसरे के सामने बैठा दिया, जिसमें एक दूसरे को देखते ही पहले तो विपश्यना और हनीप्रीत ने बड़े प्यार से लगे लगकर एक दूसरे से मुलाकात की। इस दौरान दोनों की आंखों से आंसू बह रहे थे, लेकिन जैसे ही दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ शुरू हुई, दोनों एक दूसरे को झूठा साबित करने में जुट गई। दोनों के बीच तीखी तकरार हुईं, जिसे जांच दल ने चुप करवाया। हालांकि इस सब के बीच विपश्यना की निशानदेही पर पुलिस ने हनीप्रीत के मोबाइल को बरामद कर लिया है।
बता दें कि हनीप्रीत ने अपनी रिमांड के दौरान बताया था कि उसने अपना मोबाइल और लैपटॉप डेरा की चेयरपर्सन विपश्यना को सौंप दिया था। इसके बाद एसआईटी टीम ने विपश्यना को पूछताछ के लिए बुलाया था। गुरुवार को वह तबीयत खराब होने का बहाना बनाते हुए पूछताछ के लिए नहीं आई लेकिन मेडिकल जांच में सब ठीक पाए जाने पर शुक्रवार को वह पूछताछ के लिए पंचकुला के थाने में पहुंची।
सूत्रों के अनुसार, इस दौरान हनीप्रीत और उसे आमने सामने बैठाकर पूछताछ की गई, लेकिन जैसे ही दोनों ने एक दूसरे को देखा, दोनों गले लगकर रोने लगीं। फिर जांच टीम ने दोनों से पूछताछ शुरू की तो दोनों का हाई वोल्टेड ड्रामा शुरू हो गया। जानकारी के अनुसार, पूछताछ में हनीप्रीत ने कहा कि 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा की तैयारियों को लेकर 17 अगस्त को जो बैठक सिरसा डेरे में हुई थी, उसमें डेरा प्रबंधन समिति की चेयरपर्सन विपश्यना इंसा भी शामिल थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जैसे ही हनीप्रीत ने विपश्यना इंसा पर 17 अगस्त की बैठक में शामिल होने का आरोप लगाया तो वह भड़क गई। विपश्यना ने हनीप्रीत के आरोपों को खारिज कर दिया। इस मुद्दे पर दोनों एक दूसरे से भिड़ने को तैयार हो गईं। दोनों के बीच जमकर बहस हुई, जिसे पुलिसकर्मियों ने शांत कराया।
अपने जवाबों में विपश्यना ने सवालों के जवाब नहीं देते हुए उन्हें टाला। वह कह रही थी कि वह डेरे में जरूर होती है, लेकिन इसके अलावा भी काफी काम होते हैं। हालांकि विपश्यना ने हनीप्रीत द्वारा उसे मोबाइल दिए जाने की बात कबूली। हालांकि लैपटॉप और कोई डायरी दिए जाने की बातों को विपश्यना ने खारिज कर दिया।