नई दिल्ली । ईवीएम से चुनाव की प्रक्रिया में गड़बड़ी बताते हुए विपक्षी दलों ने एक बार फिर से बैलेट पेपर से आगामी लोकसभा चुनाव करवाए जाने की मांग की थी। हालांकि इस मांग को गुरुवार चुनाव आयोग ने सिरे से खारिज कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने विपक्षी दलों की इस मांग को दरकिनार करते हुए कहा कि हम एक बार फिर से बैलेट पेपर के युग में नहीं लौटने वाले। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों को स्पष्ट कर दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव EVM से ही करवाए जाएंगे।
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनावों के दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने ईवीएम के हैक होने की आशंकाओं को जाहिर करते हुए एक साजिश करार दिया था। उन्होंने कहा कि ईवीएम को हैक करके भाजपा यूपी में चुनाव जीती है। इसके बाद सभी दलों ने ईवीएम के बदले एक बार फिर से बैलेट पेपर से चुनाव करवाए जाने की मांग की थी। हालांकि पिछले कुछ समय में जहां ईवीएम से हुई वोटिंग से भाजपा को कई जीतें मिलीं, वहीं कांग्रेस और अन्य दलों ने भी विधानसभा और उपचुनावों में जीत दर्ज की । इस दौरान विपक्षी दलों ने जीत को जनता का समर्थन बताया , लेकिन ईवीएम की प्रासंगिकता पर सवाल उठाते रहे।
पिछले दिनों कोलकाता में ममता बनर्जी द्वारा आयोजित मेगा रैली में 23 दलों के 44 बड़े नेता जुटे, इस दौरान एक बार फिर से अधिकांश दलों के नेताओं ने बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की। सपा-बसपा के साथ कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को उठाया है। ऐसे मे मुख्य चुनाव आयुक्त ने साफ कर दिया है कि विपक्षी दलों के नेता ईवीएम के बजाए बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की जो मंशा पाले हैं, वो नहीं होने वाली। हम एक बार फिर से बैलेट पेपर के युग में नहीं जाने वाले। आगामी चुनाव ईवीएम के माध्यम से ही होंगे।