नई दिल्ली: ईवीएम को लेकर विवाद के बीच बुधवार को इलेक्शन कमीशन ने खुला चैलेंज दिया है कि टेक एक्सपट्र्स, साइंटिस्ट्स और नेता ईवीएम को हैक करके दिखाएंं। विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। बाद में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ऐसा ही आरोप लगाया था। इसके बाद विपक्षी दलों ने ईवीएम के बजाए बैलट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग की थी। इसी पर चुनाव आयोग ने कहा था कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है।
केजरीवाल ने किया था कड़ा विरोध
इलेक्शन कमीशन का खुला चैलेंज दरअसल अरविंज केजरीवाल के उस आरोप के जवाब में है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग 72 घंटे के लिए ईवीएम हमें दे दे। हम बता देंगे कि इसे रीड और रीराइट कैसे किया जा सकता है। बीएसपी और आप के बाद कांग्रेस ने भी ईवीएम को लेकर संदेह जाहिर किया था। दूसरी तरफ, इलेक्शन कमीशन हर बार ईवीएम हैक या टेम्पर किए जाने की खबरों को बेबुनियाद बताता रहा है। इलेक्शन कमीशन ने हैकिंग और टेम्परिंग के आरोपों के बाद कहा था कि ईवीएम को न तो रिप्रोग्राम किया जा सकता है और ना ही किसी बाहरी डिवाइस से कंट्रोल किया जा सकता है।