जयपुर । यौन शोषण मामले में फंसे अलवर के कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलहारी बाबा का एक सच सामने आया है। खुलासा हुआ है कि खुद के नपुंसक होने का दावा करने वाले बाबा झूठ बोलते थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार बाबा का पोटेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया है। हालांकि शुरुआती पूछताछ में बाबा ने दावा किया था कि जड़ी बूटियां खाने की वजह से वो नामर्द हो चुके हैं, लेकिन अब इनके पोटेंसी टेस्ट के पॉजिटिव आने से साफ हो गया है कि वह नामर्द नहीं थे। उन्होंने अपने कुकृत्य छिपाने के लिए यह झूठ बोला था। हालांकि गिरफ्तारी के बाद खुद को बीमार बताने का उनका झूठ भी उजागर हो गया, जब राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के 5 डाक्टरों की टीम ने किया और मेडिकल में उसको पूरी तरह से फिट पाया गया।
बता दें कि बलात्कार के मामले में घिरे फलाहारी बाबा ने आरोप लगने पर कहा था कि मैं नपुंसक हूं। उन्होंने अपना झूठ छिपाने के लिए दावा किया था कि वह जड़ी- बूटी के सेवन के चलते नपुंसक हो गया है। एक बार दवा लेने के बाद उसका असर छह महीने तक रहता है। ऐसे में वह 6 माह तक किसी के साथ संबंध नहीं बना सकता। बहरहाल अब एक और बलात्कारी बाबा का सच सामने आ गया है।
विदित हो कि 21 वर्षीय एक युवती ने 21 सितंबर को फलाहारी बाबा पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए बिलासपुर के महिला थाने में जीरो एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके बाद पुलिस ने वहां से एफआईआर अलवर भेज दी थी। अलवर पुलिस ने इस मामले में 23 सितंबर को बाबा को गिरफ्तार किया गया और बाबा को एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसको 6 अक्टूबर तक के लिए जेल भेज दिया गया।