नई दिल्ली। असम के तिनसुकिया में हुए हत्याकांड पर अब राजनीति तेज हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने इसे एनआरसी का प्रभाव बताया था। अब केंद्रीय मंत्री राजेन गोहेन ने दोनों समुदायों के बीच तनाव पैदा करने वाला बयान दिया है। इस वजह से उनके और 5 अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। बता दें कि मंत्री और नेताओं के खिलाफ पूर्ववर्ती उल्फा-यूनाइटेड मंच के महासचिव इनामुल हक लश्कर ने सिलचर थाने में यह एफआईआर दर्ज कराया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों तिनसुकिया जिले में 5 लोगों को पहले अगवा किया गया और बाद में बड़ी बेरहमी से उनकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद माओवादियों के द्वारा की गई गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए थे। इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाकायदा नाम लिखकर इसे बंगालियों पर हमला बताया था।
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यहां बता कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब केंद्रीय मंत्री के द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान पर उनके खिलाफ सिलचर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। हालांकि यह नहीं बताया गया है कि उन्होंने किस तरह का भड़काऊ बयान दिया है।
खबरों के अनुसार पूर्ववर्ती उल्फा-यूनाइटेड मंच के महासचिव इनामुल हक लश्कर ने केंद्रीय रेल राज्यमंत्री गोहेन के अलावा भाजपा विधायक शिलादित्य देव, पार्टी नेता प्रदीप दत्ता राय, कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव, पार्टी के विधायक कामालख्य डे पुरकायस्थ और चंदन सरकार पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराया है।