मुंबई। महाराष्ट्र के अंधेरी इलाके में स्थित ईएसआईसी कामगार अस्पताल में सोमवार की शाम भीषण आग लग गई। इस आग में झुलसने से 8 लोगों की मौत हो गई है वहीं 150 से ज्यादा लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं। बताया जा रहा है कि आग से झुलसने वालों में ज्यादातर अस्पताल के ही मरीज और कर्मचारी हैं। झुलसे हुए लोगों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केन्द्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने मुंबई के ईएसआईसी अस्पताल में आग की वजह से मरने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। इसके साथ ही गंभीर तौर पर घायलों को 2-2 लाख एवं मामूली तौर पर घायलों को 1 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। अस्पताल के पास फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं होने की खबर के बाद इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि इतना बड़ा सरकारी अस्पताल बिना फायर सेफ्टी प्रमाणपत्र के चल रहा था। बताया जा रहा है कि अस्पताल की ओर से कुछ समय पहले दमकल विभाग को प्रमाणपत्र के लिए दस्तावेज दिए गए थे लेकिन विभाग ने इसे नाकाफी बताते हुए खारिज कर दिया था। आग लगने के बाद फैले धुएं की वजह से ज्यादातर लोगों की दम घुटने से मौत हो गई।
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यहां बता दें कि मरने वालों में एक 6 महीने की बच्ची भी शामिल है। आग की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद वार्ड मंे फंसे मरीजों को बाहर निकाला। अब केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने आग लगने की वजह से मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। श्रम मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, गंभीर तौर पर घायलों को 2 लाख और मामूली तौर पर जख्मी लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।