लखनऊ। निर्माण से लेकर रिलीज होने तक लगातार विवाद झेल रही फिल्म पद्मावत के लिए उत्तरप्रदेश से राहत की खबर मिली है। सेंसर बोर्ड की मंजूरी के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने अब इसे अपने यहां रिलीज करने का फैसला लिया है। बता दें कि राजस्थान, गुजरात हिमाचल और मध्यप्रदेश की सरकार ने अपने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए रिलीज नहीं करने का फैसला किया है। सीएम योगी का कहना है कि अब ऐसा आखिर क्या है कि फिल्म की रिलीज में अड़ंगा लगाया जाए।
राजपूती इतिहास से छेड़छाड़
गौरतलब है कि पहले फिल्म पद्मावती अपने निर्माण के वक्त से ही विवादों में रही है। राजस्थान में राजपूत संगठनों से इसका जबर्दस्त विरोध किया है। उनका कहना है कि इसमें रानी पद्मावती को गलत ढंग से पेश करने के साथ इतिहास के साथ भी छेड़छाड़ की गई है। ऐसे में वे किसी भी हालत में फिल्म को देश में कहीं भी रिलीज नहीं होने देंगे। फिल्म पर विवाद इतना बढ़ा कि पूरे देश में उग्र प्रदर्शन होने लगे थे।
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यूपी में होगी रिलीज
आपको बता दें कि फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने वीडियो मैसेज के जरिए सफाई दी थी कि इसमें ऐसा कोई भी सीन नहीं है जिससे राजपूतों की भावनाओं को ठेस पहुंचे। इसके बावजूद करणी सेना का विरोध पूरे देश में जारी रहा। यहां तक कि राजपूत महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं। करणी सेना के साथ अन्य संगठनों के विरोध को देखते हुए कई राज्यों की सरकारों ने अपने यहां फिल्म को रिलीज करने से मना कर दिया था। अब सेंसर बोर्ड से फिल्म में जरूरी बदलाव करने और नाम बदलने के बाद फिल्म को रिलीज करने की तारीख 25 जनवरी रखी गई है लेकिन करणी सेना अब भी इसके विरोध में खड़ी है। उसका कहना है कि फिल्म को किसी भी नाम से चलने नहीं दिया जाएगा। ऐसे में अब उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है और कहा है कि फिल्म यहां रिलीज होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि आखिर फिल्म में ऐसा क्या है जिसकी वजह से इसे बैन किया जाए।