Tuesday, April 23, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

अब ‘बाप’ के जरिए आईआईटी के छात्र करेंगे राजनीति, 50 पूर्व छात्रों ने नौकरी छोड़ बनाई पार्टी, सोशल मीडिया के जरिए प्रचार शुरू

अंग्वाल न्यूज डेस्क
अब ‘बाप’ के जरिए आईआईटी के छात्र करेंगे राजनीति, 50 पूर्व छात्रों ने नौकरी छोड़ बनाई पार्टी, सोशल मीडिया के जरिए प्रचार शुरू

नई दिल्ली। देश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अलग-अलग आईआईटी के 50 पूर्व छात्रों ने अपनी नौकरी छोड़कर राजनीति में उतरने का फैसला लिया है। इसके लिए उन्होंने ‘बहुजन आजाद पार्टी’ (बाप) के नाम से अपनी राजनीतिक पार्टी भी बनाई है। इनका मकसद अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के अधिकारों के लिए संघर्ष करना है। 

गौरतलब है कि ‘बाप’ का नेतृत्व साल 2015 में आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएट नवीन कुमार कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम सभी अलग-अलग आईआईटी से पढ़े हुए हैं और अपनी नौकरी छोड़कर पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। फिलहाल उन्होंने दल को मंजूरी दिलाने के लिए चुनाव आयोग के पास आवेदन किया है। हालांकि उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया। इस दल का कहना है कि वह जल्दीबाजी में कोई भी फैसला नहीं लेंगे। 


ये भी पढ़ें - यमुनानगर में दोहराई गई कठुआ जैसी हैवानियत, 14 साल की नाबालिग के साथ धर्मशाला में गैंगरेप, पाॅ...

यहां बता दें कि इस दल का कहना कि वे 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा के चुनाव से मैदान में उतरेंगे। इसके बाद 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। गौर करने वाली बात है कि इस दल में ज्यादातर सदस्य एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय से हैं। इनका मानना है कि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में पिछड़ा वर्गों को उनका सही हक नहीं मिला है। पार्टी ने बाबा साहब बीआर आंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस और एपीजे अब्दुल कलाम के पोस्टर लगाकर सोशल मीडिया पर प्रचार शुरू कर दिया है।  

Todays Beets: