नोएडा। अब प्राधिकरण बिल्डरों के रोजमर्रा के कामकाज पर नजर रखेगा। इसकी शुरूआत शहर के सेक्टर-75 में एम्स मैक्स गार्डेनिया के स्पेक्ट्रम मेट्रो प्रोजेक्ट से की गई है। प्रधिकरण की ऑडिट एजेंसी क्यूरी एंड ब्राउन ने करीब छह महीने लंबी जांच-पड़ताल के बाद बिल्डर का ऑडिट पूरा कर लिया है। रिपोर्ट के में बताया गया है कि यह परियोजना जल्द पूरी हो सकती है।
नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक टंडन ने बताया कि एम्स मैक्स गार्डेनिया के स्पेक्ट्रम मेट्रो प्रोजेक्ट का ऑडिट पूरा हो गया है। एजेंसी ने बताया है कि यह परियोजना आसानी से पूरी हो सकती है। सारी संपत्तियां बेचने के बाद करीब 500 करोड़ रुपये का लाभ होगा। अब प्रोजेक्ट पर नजर रखने के लिए एजेंसी के कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। निर्माण की प्रगति, वित्तीय लेनदेन और बैंक खातों की निगरानी की जाएगी।
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एक एस्क्रो एकाउंट खोला गया है। संपत्तियां बेचकर मिलने वाला सारा पैसा इस खाते में जाएगा। धनराशि का 40 फीसद हिस्सा जमीन की कीमत चुकाने के लिए सीधे प्राधिकरण को जाएगा। बाकी 60 प्रतिशत धनराशि से निर्माण होता रहेगा। इससे खरीदारों को समय पर घर मिल जाएंगे। सीईओं ने बताया कि बाकी बिल्डरों के मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी। क्यूरी एंड ब्राउन के वरिष्ठ निदेशक रूपेंद्र मलिक का कहना है कि हमारी पड़ताल के मुताबिक इस परियोजना से 450-500 करोड़ रुपये का लाभ होगा। खरीदारों से लिए गए पैसे का उपयोग परियोजना के निर्माण और प्रधिकरण के बकाया चुकाने के लिए किया गया है।
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गौरतलब है कि पिछले वर्ष 12 सितंबर को योगी आदित्यनाथ ने खरीदारों को घर नहीं देने वाले बिल्डरों का ऑडिट करवाने का आदेश दिया था। अब तक 94 में से 48 बिल्डरों के खातों का ऑडिट हो चुका है।