नई दिल्ली। चुनाव का मौसम नजदीक आने के साथ ही सरकार कर्मचारियों के साथ ही आम लोगों को लुभाने में जुट गई है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (एनएससी) और लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर ब्याज दरों में इजाफा करने की घोषणा की है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 0.4 प्रतिशत तक बढ़ा दी है। लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को तिमाही के आधार पर संशोधित किया जाता है।
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गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि साल 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिए बचत योजनाओं की ब्याज दरों को संशोधित किया जाता हैै। 5 सालों की सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दरें बढ़ाकर 7.8 प्रतिशत, 7.3 प्रतिशत और 8.7 प्रतिशत कर दी गयी हैं। हालांकि बचत जमा के लिए ब्याज दर 4 प्रतिशत बरकरार है।
यहां बता दें कि सरकार ने अब पीपीएफ और एनएससी पर अब 7.6 फीसदी ब्याज के बदले 8 फीसदी का ब्याज दिया जाएगा। इसके साथ ही सुकन्या समृद्धि योजना पर भी अब 8 फीसदी की जगह 8.5 फीसदी के हिसाब से ब्याज दिया जाएगा।