नई दिल्ली। अब जल्द ही बाजार से 10 रुपये के नोट गायब होने वाले हैं। जी हां, सरकार ने हाईकोर्ट को इस बात की जानकारी दी कि 10 रुपये के नोट के बदले 10 रुपये के सिक्के जारी किए जाएंगे। कोर्ट ने कहा कि वह नए नोटों की जांच के लिए नेत्रहीनों को बुलाएगी। यहां बता दें कि हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में कहा गया है कि नए नोटों में पहचान के निशान नहीं होने से नेत्रहीनों को भारी परेशानी हो रही है। ऐसे में हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा है वह हलफनामा दायर कर बताए कि इन सिक्कों की पहचान एक-दूसरे से अलग कैसे की जाएगी।
नेत्रहीनों के लिए सुलभ
गौरतलब है कि इस मामले की अगली सुनवाई 7 मार्च को होगी। हाईकोर्ट ने एसएसजी के दावे कि 20 और 50 रुपये को पहचानने में नेत्रहीनों को कोई परेशानी नहीं हो रही है इस दावे पर कहा कि वह कुछ नेत्रहीनों को इसकी पड़ताल के लिए बुला सकती है। कोर्ट के समक्ष केंद्र सरकार व आरबीआई के वकील ने कहा कि नए नोटों को विशेषज्ञों के परामर्श व नेत्रहीनों के लिए काम करने वाली कई संस्थाओं के सुझावों पर विचार करने के बाद जारी किया गया है।
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सिक्कों पर बनेंगे पहचान के निशान
यहां आपको बता दें कि केन्द्र सरकार और रिजर्व बैंक ने हाईकोर्ट को बताया कि 20 एवं 50 रुपये के नोट में पहचान के लिए उभरा हुआ निशान काफी महंगा होने की वजह से नहीं बनाया गया है। हालांकि 100 व उससे ऊपर के बड़े नोटों में यह उभरा हुआ निशान नेत्रहीनों के लिए बनाया गया है। इसके अलावा एक, दो, पांच व 10 रुपये के सिक्कों के किनारों पर पहचान के लिए खास निशान बनाए जाएंगे।