नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों की आहट सुनने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए विपक्ष लामबंद होता नजर आ रहा है। मोदी सरकार पर कई तरह के आरोप लग रहे हैं, लेकिन सबूतों के साथ अपना पक्ष रखने को कोई तैयार नहीं। विपक्षी एकता जो एक समय महागठबंधन के स्वरूप में विकराल रूप धारण करती नजर आ रही थी, अब बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव , और कांग्रेस के बीच तालमेल नहीं बैठने के बाद कमजोर दिख रही है। इस सब के बीच भाजपा के कुछ नेताओं का भी दबी जुबान में कहना है कि विपक्ष की कथित एकता में दरार पड़ने के बाद अब विपक्षी नेता पीएम मोदी की छवि को खराब करने की साजिश रच रहे हैं। इसी का नतीजा है कि गुजरात में उत्तर भारतीयों को पीटकर भगाने की साजिश रची जा रही है। यूपी-बिहार जो लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सबसे अहम राज्य साबित होंगे, यहां की जनता को पीएम मोदी के गृहराज्य में निशाने पर लेना और उन्हें भगाने की साजिश के पीछे विपक्षी दलों की एक साजिश है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले की पड़ताल के लिए एक आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है।
हमलों के पीछे कांग्रेसी विधायक का हाथ!
गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले और पलायन के पीछे कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर का नाम सामने आने के बाद उन्होंने सफाई दी है। अल्पेश ने कहा कि गुजरात में कही पर एक इंसिडेंट हुआ और मैं इसकी निंदा करता हूं। अगर मैंने किसी को धमकी दी है और मैं गलत साबित हुआ तो खुद ही जेल चला जाउंगा। गुजरात हर किसी का है। यह जितना आपका है उतना ही हमारा है।
वाराणसी में PM मोदी को जितवाने वालों को गुजरात में निशाना बनाकर पीटा जा रहा है - मायावती
वीडियो हुआ वायरल
असल में कांग्रेस के विधायक और बिहार कांग्रेस प्रभारी अल्पेश ठाकोर का एक वीडियो सामने आया था। इसमें वह कह रहे हैं कि बाहरी लोगों की वजह से राज्य में हिंसा बढ़ रही है। उनकी वजह से यहां के गुजरातियों को रोजगार नहीं मिल रहा है। क्या यह राज्य सच में गुजरातियों का है। इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस के लिए शर्मनाक स्थिति हो गई और इस मुद्दे पर उसे अपने कदम पीछे खींचने पड़े। यहां तक कि अल्पेश के मित्र पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और दलित नेता जिग्नेश मेवानी तक को यह कहना पड़ा कि अगर इस हिंसा के पीछे अल्पेश का हाथ है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
20 हजार लोगों का गुजरात से पलायन
असल में पिछले 2 दिनों में अहमदाबाद से करीब 20 हजार लोगों ने उत्तर भारत के अपने राज्यों की ओर पलायन किया है। इन हिंदीभाषी लोगों को गुजरात में काम करने पर जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। ट्रकों-बसों को रोककर यूपी-बिहार-मध्य प्रदेश के कामगारों को गुजरात से चले जाने की धमकियां दी जा रही हैं। इतना ही नहीं गुजरात में अलग-अलग जगहों पर मौजूद फैक्टरी में घुसकर मजदूरों को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।
आपकी 15 साल पुरानी डीजल कारों के खिलाफ अभियान शुरू, परिवहन विभाग-MCD की संयुक्त टीमें करेंगी आपकी पुरानी कारों को जब्त
नोटबंदी-जीएसटी, एससी-एसटी और अब ये...
असल में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से लगातार पीएम मोदी पर निशाने साधे जा रहे हैं। कभी विपक्ष उनके विदेश दौरों को लेकर उन्हें घेरता नजर आया तो कभी, नोटबंदी को लेकर । इतना ही नहीं जीएसटी के विरोध में भी कई विपक्षी दल खड़े नजर आए और मोदी सरकार पर कुछ खास व्यापारियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया। लगातार मोदी को जनता विरोधी बताने की कोशिशें की गईं। पिछले दिनों एससी-एसटी एक्ट को लेकर सरकार के रुख के बाद एक बार फिर समाज के एक वर्ग ने मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस सब के बाद अब मोदी को कटघरे में लाने के लिए गुजरात में उत्तर भारतीयों को निशाना बनाने की साजिश रची जा रही है।
लोकसभा चुनाव से पहले ‘बाबा’ का भाजपा को झटका, किसी पार्टी को समर्थन नहीं देने का किया ऐलान
मायावती - अखिलेश ने साधा निशाना
गुजरात से उत्तर भारतीयों को भगाने के बाद अब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता वाराणसी में सड़कों पर उतर आए हैं। इन लोगों ने गुजरात की भाजपा सरकार के साथ ही केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाए कि सरकार उत्तर भारतीयों की सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है। मायावती ने तो यहां तक कह दिया कि जिन लोगों ने मोदी को वाराणसी में जितवाया, उन लोगों को मोदी के गृहराज्य में निशाना बना जा रहा है। उन्हें पीटकर भगाया जा रहा है।
गठबंधन नहीं होने के बाद मध्यप्रदेश में अखिलेश का नया दांव, कहा-कांग्रेस नेता आएं और टिकट ले जाएं
राहुल का भी हल्ला बोल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने फेसबुक वॉल पर लिखा, '' पूरे गुजरात में कमजोर आर्थिक पॉलिसी, नोटबंदी और जीएसटी के गलत तरीके से लागू होने के कारण छोटी फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं। इसके कारण बड़ी संख्या में बेरोजगारी फैल रही है। इसी बेरोजगारी के कारण युवाओं में सरकार के खिलाफ गुस्सा है, जो प्रवासी मजदूरों पर निकल रहा है।'' राहुल गांधी ने लिखा, '' प्रवासी मजदूर देश की अर्थव्यस्था की रीढ़ हैं, उनपर इस प्रकार के हमले होने देश के कारोबार के लिए ठीक नहीं है। सरकार को इन सभी हमलों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना चाहिए।''
वाराणसी में PM मोदी को जितवाने वालों को गुजरात में निशाना बनाकर पीटा जा रहा है - मायावती
बदस्तूर जारी हैं हमले
बता दें कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने दावा किया था कि पिछले 48 घंटों में कोई भी घटना नहीं हुई है, लेकिन CM का ये दावा उस वक्त फेल होता हुआ नजर आया जब ये खबर आई कि अहमदाबाद में करीब 47 उत्तर भारतीयों को बंधक बना लिया गया है। गुजरात में रहने वाले प्रवासियों पर किए गए हमलों को लेकर पुलिस ने 35 प्राथमिकियां दर्ज की हैं और लगभग 450 लोगों को हिरासत में लिया है।
जैश-ए-मोहम्मद का सरगना पड़ा बिस्तर पर, पाकिस्तान के मिलिट्री अस्पताल में हो रहा इलाज!