अहमदाबाद । गुजरात के पाटीदारों के लिए एक बड़े आंदोलन को जन्म देने वाले पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के प्रमुख हार्दिक पटेल ने अपने एक बयान से अपनी नियत पर ही सवाल उठा दिए हैं। पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर भाजपा समेत कांग्रेसी नेताओं पर हमला करने वाले हार्दिक ने एक पत्रकार वार्ता में साफ कर दिया कि उनका मुख्य मकसद भाजपा को गुजरात चुनावों में हराना है। आरक्षण नहीं हैं। संवाद कार्यक्रम के तहत आयोजित एक रैली में भी उन्होंने इस बात को रखा, जिसमें पटेल समुदाय के लोग भी मौजूद थे। हार्दिक ने दावा किया, आरक्षण देने में कोई संवैधानिक बाधा नहीं है, क्योंकि मैंने 7 दिन संविधान को पढ़ा था और मुझे कहीं भी ऐसी चीज नहीं मिली जो यह बताती हो कि 50% से अधिक आरक्षण नहीं दिया जा सकता।
रैली के बाद एक पत्रकार वार्ता में हार्दिक पटेल ने गुजराती भाषा में कहा- मुद्दो बीजेपी ने हरानाओ चे, अनामत नो नाथी।' इस दौरान उन्होंने साफ किया कि वह किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहे हैं। जब पटेल से पूछा गया कि क्या कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे पर उनकी मांगों का समर्थन करती दिख रही है, हार्दिक ने कहा- यदि उनका इरादा आरक्षण देने का नहीं होता तो वे बातचीत नहीं करते और संभावनों को नहीं तलाशते। हार्दिक ने कहा, वे मुझसे रात में 12 बजे आकर मिले, हमने तीन घंटे तक बातचीत की। यदि उनका इरादा नहीं होता वे इतनी देर तक बात क्यों करते। अभी एक दो बैठकें और होनी हैं, इसके बाद इसकी घोषणा की जाएगी।