अहमदाबाद । गुजरात के विधानसभा चुनावों को लेकर सुबह कांग्रेस के साथ अपनी डील का खुलासा करने वाला पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अब राजनीतिक घमासान के बीच भाजपा पर एक बड़ा और गंभीर आरोप लगाया है। हार्दिक ने कहा कि भाजपा ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन वापस लेने के एवज में 1200 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी। हालांकि हार्दिक का यह आरोप उस समय सामने आया है , जब उसके कई साथी भाजपा का कमल थाम रहे हैं। इतना ही नहीं जब उन पर पाटीदार समुदार के लोगों ने ही सवाल उटाने शुरू कर दिए थे।
असल में सुबह एक पत्रकार वार्ता में कांग्रेस द्वारा उनकी आरक्षण की मांग को स्वीकार करने का खुलासा करने के बाद हार्दिक ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने मुझे पाटीदार आरक्षण आंदोलन वापस लेने के एवज में प्रधान सचिव कैलासनाथन के जरिए 1200 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी। भाजपा ने यह प्रस्ताव मुझे उस समय दिया, जब मैं सूरत जेल में बंद था। हार्दिक के इन आरोपों के बाद सियासी गतिविधियां बढ़ गई हैं, लेकिन अभी तक राजनीतिक दलों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
वहीं इस खुलासे से पहले हार्दिक ने सुबह साफ कर दिया था कि कांग्रेस ने उसकी आरक्षण की मांग को स्वीकार कर लिया है। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने की सूरत में कांग्रेस एक प्रस्ताव लाकर हमारी मांगों को मूर्त रूप देगी। वहीं इस दौरान हार्दिक ने अपने ऊपर अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगने संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मैंने अपने किसी समर्थक के लिए टिकट की मांग नहीं की। हार्दिक ने तो इस दौरान यहां तक कह दिया कि भले ही हमें कांग्रेस का फार्मूला मंजूर है, लेकिन न तो हम उनका समर्थन कर रहे हैं न ही उनके समर्थन में कोई काम।