नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल पर कार्रवाई के बाद अब हरियाणा सरकार भी फोर्टिस अस्पताल पर अपना शिकंजा कस दिया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अस्पताल की जमीन की लीज खत्म करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल ने डेंगू से पीड़ित बच्ची के माता-पिता को करीब 18 लाख रुपये का बिल दिया था और इलाज के दौरान बच्ची की मौत भी हो गई थी।
मैक्स का भी लाईसेंस कैंसिल
गौरतलब है कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अर्बन अथाॅरिटी को पत्र लिखकर अस्पताल की जमीन की लीज खत्म करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही अस्पताल के ब्लड बैंक के लाईसेंस को भी खत्म करने के नोटिस जारी कर दिए हैं। बता दें कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने भी शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल पर लापरवाही का आरोप साबित होने के बाद उसका लाईसेंस रद्द उकर दिया है। इस अस्पताल ने जिंदा बच्चे को भी मृत बता दिया था।
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डेंगू का बिल 18 लाख रुपये
आपको बता दें कि गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में जिस बच्ची आद्या को डेंगू की शिकायत के बाद पहले उसे द्वारका के राॅकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उसे फोर्टिस अस्पताल रेफर कर दिया गया था। अस्पताल ने आद्या के बिल के लिए 20 पन्नों का पर्चा तैयार किया, जिसमें सिर्फ दवाई का बिल ही चार लाख रुपए है। अस्पताल ने बिल में 2700 ग्लब्स, 660 सीरिंज और 900 गाउन के पैसे भी शामिल किए। डॉक्टर की फीस 52 हजार रुपए और जांच का बिल करीब 2 लाख 17 हजार रुपये का बिल तैयार कर दिया। इस तरह कुल मिलाकर 18 लाख का बिल तैयार हो गया।
अस्पतालों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं
अनिल विज ने कहा कि अब लोग निजी अस्पतालों की लूट, गुंडागर्दी और लापरवाही के खिलाफ खड़े हो चुके हैं। अस्पतालों और डॉक्टरों को अपने रवैये में सुधार लाना चाहिए।