Wednesday, April 24, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

राममंदिर-बाबरी मस्जिद पर आज से शुरू होगी ‘सुप्रीम’ सुनवाई, सभी पक्षकार पहुंचे दिल्ली

अंग्वाल न्यूज डेस्क
राममंदिर-बाबरी मस्जिद पर आज से शुरू होगी ‘सुप्रीम’ सुनवाई, सभी पक्षकार पहुंचे दिल्ली

नई दिल्ली। राममंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर आज से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो रही है। इस मामले से जुड़े सभी पक्षकार अपने वकीलों के साथ दिल्ली पहुंच चुके हैं। बता दें कि पिछली सुनवाई में अदालत ने सभी पक्षकारों को दस्तावेजों के अनुवाद के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए थे। इस मामले में आपसी सुलह या कोर्ट के बाहर सुलह होने की संभावना काफी कम दिखाई दे रही है ऐसे में अब पूरी निगाह सुप्रीम कोर्ट पर टिकी है। 

गौरतलब है कि अयोध्या विवाद को कोर्ट के बाहर सुलझाने की कोशिश में जुटे आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के प्रयासों को भी झटका लगा है। उनके इस प्रयास को मंदिर-मस्जिद से जुडे़ लोगांे ने विरोध करना शुरू कर दिया है। श्री श्री ने कह था कि अगर अयोध्या में राममंदिर नहीं बना तो यहां सीरिया जैसे हालात पैदा हो जाएंगे।  यहां बता दें कि पक्षकार इकबाल अंसारी ने बताया कि वह दिल्ली नहीं जा रहे हैं, जब उनकी आवश्यकता होगी तो जाएंगे। फिलहाल अपने वकीलों के संपर्क में रहकर और समाचार चैनलों के माध्यम से पूरे मामले पर नजर रखेंगे। 

ये भी पढ़ें - एक बार फिर से गुरुग्राम में कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल, बदमाशों ने एक शख्स की गोली मारकर हत्या


सभी पक्षकारों का कहना है कि सुलह-समझौते की गुंजाइश अब दूर की बात हो गई। इसलिए हमारी आस तो अब सुप्रीम कोर्ट पर ही टिकी हुई है। पक्षकारों ने कहा कि फैसला किसी के हक में हो सभी को मान्य होगा।अयोध्या मामले के पक्षकार महंत धर्मदास ने कहा कि राममंदिर पर अब राजनीति बंद होनी चाहिए। सुलह-समझौते के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकान चमकाने पर लगे हैं। उन्होंने कहा कि जो भी होना है वह सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से ही होना है।

 

 

Todays Beets: