नई दिल्ली । एएमयू स्कॉलर मन्नान वानी के आतंकी बनने की पुष्टि खुद आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने कर दी है। हिजबुल ने एक बयान जारी करते हुए साफ किया है कि मन्नान ने उन्हें ज्वाइन कर लिया है, जिसके बाद इन बातों पर विराम लग गया है, जिसमें कहा जा रहा था कि मन्नान की अगर हथियारों के साथ फोटो सामने आई है तो उसने किसी आंतकी संगठन का हाथ थाम लिया है। वहीं मन्नान वानी के रूममेट के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि मन्नान वानी के रूममेट मुजम्मिल हुसैन लापता नहीं बल्कि जिऑलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया में क्लॉस वन ऑफिसर हैं। वह इन दिनों महाराष्ट्र में तैनात हैं। एएमयू प्रशासन ने भी इस तथ्य की पुष्टि की है। जिऑलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया में चयन के बाद मुजम्मिल ने नौकरी जॉइन कर लिया था। इसीलिए जुलाई 2017 से वह हॉस्टल में नहीं रहे। मन्नान के लापता होने के साथ ही कहा जा रहा था कि उसका रूम मेट मुजम्मिल भी लापता है।
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बता दें कि जम्मू-कश्मीर के रहने वाले लापता अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्र मन्नान वानी के लापता होने के बाद उसकी एक फोटो सामने आई थी, जिसमें वह हथियार लेकर खड़ा था। इसके बाद आशंका जताई गई थी कि उसने किसी आतंकी संगठन को ज्वाइन न कर लिया हो। अब मंगलवार को हिजबुल मुजाहिद्दीन ने स्पष्ट कर दिया है कि मन्नान वानी ने उनके आतंकी संगठन को ज्वाइन कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक मन्नान की आखिरी लोकेशन 4 जनवरी को दिल्ली में ट्रेस की गई है। मन्नान के लापता होने से उसका परिवार भी सदमे में है।
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भाई मुबस्सिर ने कहा कि 3 जनवरी को मन्नान की पिता से बात हुई थी। 4 जनवरी के बाद से उसका फोन स्विच ऑफ जा रहा है। वानी के हिज्बुल में शामिल होने की अटकलों के बीच यूपी एटीएस ने दोनों कश्मीरी छात्रों की जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारियों ने बताया कि हॉस्टल में वानी के रूम से संदेहजनक सामग्री मिली है। उन्होंने बताया कि किताबें, फोटोकॉपी, पेन ड्राइव समेत कुछ 'संदिग्ध' दस्तावेज उसके कमरे से मिले हैं।
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उधर जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुनीर खान ने कहा कि सभी चीजों की जांच की जा रही है। हालांकि अलीगढ़ पुलिस की जांच से पता चला है कि वानी ने जनवरी 2017 में हॉस्टल में हिज्बुल का 'कैलेंडर' बांटा था। मन्नान वानी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) ने निष्कासित कर दिया है।
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दो दिन पहले राइफल के साथ वानी की फोटो फेसबुक पर वायरल हो गई, जिसमें कहा गया कि 5 जनवरी को वह हिज्बुल मुजाहिदीन के साथ जुड़ गया था। एएमयू के पीआरओ का कहना है कि भूगर्भ शास्त्र के रिसर्च स्कॉलर मन्नान बशीर वानी को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया है।