नई दिल्ली । राफेल विमान सौदे को लेकर विपक्षी दलों की मांग पर लोकसभा में इस मुद्दे को लेकर हो रही चर्चा के दौरान बुधवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। उस दौरान वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपना पक्ष रखते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राफेल विमान की मांग 2003 से शुरू हुई लेकिन कांग्रेस की सरकार ने कई सालों तक मामले को लटकाने के बाद करीब 10 साल बाद रक्षामंत्री की टेबल पर इस फाइल को रखा। इस दौरान उन्होंने जमकर कांग्रेस अध्य़क्ष और पार्टी पर कटाक्ष किए, जिससे सुनने के बाद विपक्षी नेताओं ने सदन में कागज के हवाई जहाज उड़ाने शुरू कर दिए। इस पर स्पीकर सुमीत्रा महाजन ने विपक्षी दलों के सांसदों को जमकर झाड़ लगाते हुए कहा कि लगता है आप लोगों का बचपना अभी तक गया नहीं है। आपने ही चर्चा की मांग की थी अब सरकार की बातों को सुनना पड़ेगा।
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बता दें कि लोकसभा में राफेल मुद्दे पर जब अरुण जेटली बोल रहे थे तो भाजपाई सांसदों ने मां-बेटा चोर है, गांधी परिवार चोर के नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे इतर जेटली ने बदस्तूर राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला बोलना जारी रखा। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष मारते हुए कहा कि वह राफेल को लेकर पिछले 6 महीनों से लगातार झूठ बोल रहे हैं। राहुल गांधी को फाइटर प्लेन की बुनियादी समझ नहीं है , पूर्व में वह जेम्स बॉंड की फिल्में देखते थे।
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जेटली ने इस दौरान कहा कि देश को जानना चाहिए कि आखिर राफेल की जरूरत देश को क्यों थी। उन्होंने कहा कि देश में जब कारगिल युद्ध हुआ तो उस दौरान भारतीय जवानों को ऊपर चोटी पर बैठे पाकिस्तानी जवानों की गोलीबारी का जवाब देना परेशानी भरा रहा, लेकिन अगर उस दौरान हमारे पास राफेल जैसा विमान होता तो हम दूर से ही उन दुश्मनों को ढेर कर सकते थे। इस दौरान सेना को राफेल जैसे विमान की जरूरत महसूस हुई जो दूर से ही दुश्मनों को ढेर कर सके।
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