नई दिल्ली । पुलिस के तीन सुरक्षा चक्र को चकमा देते हुए गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवाणी मंगलवार दोपहर अपने साथियों के साथ जंतर-मंतर की ओर बढ़े। हालांकि पुलिस ने उन्हें जंतर मंतर पर रैली की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन पुलिस को चकमा देकर जंतर मंतर के करीब पहुंचे जिग्नेश अपनी रैली की जिद पर अड़े हुए हैं। हालांकि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस की तैयारियों के मद्देनजर और एनजीटी के आदेश के चलते इस इलाके में रैली की इजाजत नहीं दी थी, बावजूद इसके जिग्नेश अपने कुछ साथियों के साथ जंतर मंतर की ओर बढ़ गए। इस दौरान उनके साथ गोगोई भी मौजूद है। इस दौरान जिग्नेश ने कहा कि हमारा मुद्दा काफी अहम है, इसलिए हम इसे हर हाल में उठाएंगे, लेकन सरकार हमारी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं खबर है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भीम आर्मी भी जंतर-मंतर पर रैली में शामिल हो सकती है, भीम आर्मी के कई सदस्य चंद्रशेखर आज़ाद के समर्थन में वहां पहुंच रहे हैं। हालांकि जिग्नेश की तबीयत खराब नजर आ रही है, जिसके मद्देनजर वह क्नॉट प्लेस इलाके में दवाई के लिए रुकते हुए देखे गए हैं। बावजूद इसके वह अपने साथियों के साथ लगातार फोन से संपर्क में बने हुए हैं।
रैली के आयोजनकर्ताओं में एक मोहित पांडे ने बताया कि वे लोग प्रधानमंत्री आवास तक मार्च नहीं करेंगे, लेकिन एक प्रतिनिधिमंडल मनुस्मृति और संविधान साथ लेकर पीएम मोदी से मिलेगा। बता दें कि गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी और किसान नेता अखिल गोगोई युवा हुंकार रैली और जनसभा के लिए पार्लियामेंट स्ट्रीट की ओर रवाना हुए। राजधानी दिल्ली में प्रस्तावित हुंकार रैली से पहले ही विवाद हो गया था। दिल्ली पुलिस ने एनजीटी के आदेश का हवाला देते हुए पार्लियामेंट स्ट्रीट पर मेवाणी की रैली को मंजूरी नहीं दी है। वहीं मेवाणी की रैली को देखते हुए पार्लियामेंट स्ट्रीट पर भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। जिग्नेश मेवाणी और अखिल गोगोई युवा हुंकार रैली और जनसभा से पहले अंबेडकर पार्क पहुंचे और वहां अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी।
पार्लियामेंट स्ट्रीट पर मेवाणी के खिलाफ पोस्टर्स लगे हैं, जिसमें मेवाणी पर भड़काऊ भाषण देने, नक्सलियों से संबंध और जातीय हिंसा करवाने के आरोप लगाए गए हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने पूरी तैयारी कर रखी है, जैसी भी स्थिति होगी, उससे निपटने के लिए सारी तैयारी है। पुलिस के मुताबिक आयोजकों को रैली के लिए वैकल्पिक जगह बताई गई है और सभी पक्षों से बातचीत चल रही है।
इस संबंध में नई दिल्ली के डीसीपी की तरफ से सोमवार देर रात एक ट्वीट किया गया. ट्वीट में लिखा गया कि एनजीटी के आदेशों को मद्देनजर रखते हुए अभी तक पार्लियामेंट स्ट्रीट पर प्रस्तावित प्रदर्शन को दिल्ली पुलिस की तरफ से इजाजत नहीं दी गई है।