नई दिल्ली ।टीम इंडिया के विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने विश्वकप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में जिन दस्तानों का इस्तेमाल किया था, उस पर 'बलिदान बैज ' बना हुआ था । इस पर अब आईसीसी ने धोनी को अपने दस्तानों से यह बैज हटाने के लिए कहा है । आईसीसी के इस रुख से अब भारतीय फैंस बहुत गुस्से में हैं और धोनी को यह बैज नहीं हटाने के लिए कह रहे हैं। ICC ने इसे अपवाद बताते हुए कहा कि यह उसके नियमों के खिलाफ है । इतना ही नहीं पूर्व भारतीय कप्तान पर आईसीसी के नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना भी लग सकता है । विदित हो कि आईसीसी के नियम के अनुसार कोई भी क्रिकेटर धार्मिक, जातीय और राजनीतिक लोगो का इस्तेमाल नहीं कर सकता ।
बता दें कि प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अधिकारी धोनी वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में 'बलिदान बैज' वाला ग्लव्स पहनकर उतरे थे । इसके बाद अब आईसीसी ने टीम इंडिया के धोनी से अपने दस्ताने से 'बलिदान बैज' का निशान हटाने को कहा है । धोनी के इस कदम से क्रिकेट फैंस ने उनकी जमकर प्रशंसा की थी लेकिन आईसीसी को धोनी का कदम पसंद नहीं आया ।
असल में 37 साल के धोनी के ग्लव्स पर 'बलिदान बैज' का चिह्न उस मैच में उस समय दिखाई दिया जब उन्होंने मैच के 40वें ओवर के दौरान युजवेंद्र चहल की गेंद पर दक्षिणी अफ्रीकी बल्लेबाज एंडिले फेहलुकवायो को स्टंप्स आउट किया था. 'बलिदान बैज' वाले ग्लव्स पहने धोनी की यह तस्वीर बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
आईसीसी के निर्देश से खफा भारतीय क्रिकेट फैंस ने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली । जहां कुछ फैंस ने धोनी को यह बैज नहीं हटाने की सलाह दे डाली , वहीं कुछ लोगों ने मैदान पर नमाज पढ़ने वाली कुछ फोटो शेयर करते हुए पूछा है कि यह क्या हो रहा है । एक प्रशंसक ने लिखा कि बलिदान बैज किसी धर्म, राजनीतिक चिह्न् से जुड़ा हुआ नहीं है । धोनी को ऐसा करने का पूरा हक है । मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि आईसीसी को इसमें हस्तक्षेप करना पड़े ।
दरअसल आईसीसी के नियमों के अनुसार , आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए । हालांकि इसका विरोध करने वाले कई लोगों का कहना है कि मैच के दौरान जब नमाज पढ़ने की इजाजत है तो बलिदान बैज को क्यों नहीं पहना जा सकता ।
हालांकि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी टीम इंडिया के खिलाड़ी सेना की विशेष कैप पहनकर मैदान में उतरे थे । भारतीय खिलाड़ियों ने पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की याद में ऐसा किया था ।