नई दिल्ली। आमतौर पर भारत के खिलाफ हमेशा ही भड़काऊ बयान देने वाले खिलाड़ी से नेता बने इमरान खान ने पाकिस्तान में चुनाव के मद्देनजर अपने सुर बदल लिए हैं। अपनी पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर भारत के साथ शांति प्रक्रिया को तेज करने में सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में गरीबी के लिए सरकार की खराब नीतियां हैं और विदेशों का कर्ज भी इसके लिए काफी जिम्मेदार है।
गौरतलब है कि इमरान खान को आमतौर पर भारत की राजनीति को लेकर हमेशा ही तल्ख बयान देने वालों के तौर पर देखा जाता है। यहां बता दें कि तहरीक ए इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान ने देर शाम अपनी पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा इस महीने के आखिर में देश में जिसकी भी सरकार बनेगी उसे आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ेगा। इमरान ने देश की नीतियों और पूर्व नेताओं को गरीबी के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
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यहां बता दें कि इमरान खान ने पाकिस्तान को इस्लामिक कल्याणकारी देश बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि देश की समस्याओं को सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ में मामले को ले जाकर इसे सुलझाने की बात कही है। गौर करने वाली बात है कि पाकिस्तानी नेता ने कहा उनके घोषणा पत्र में कही गई बातें आसान नहीं हैं इसके लिए बड़े बदलाव करने होंगे।
उन्होंने कहा कि अगर चुनाव मंे उनकी पार्टी को बहुमत मिलता है तो लोगों को गरीबी से मुक्ति दिलाना, भ्रष्टाचार को खत्म करना और लोगों को सस्ते घर मुहैया कराने के साथ ही देश में पर्यटन का विकास करना उनका मकसद होगा।