नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से माॅब लिंचिंग की घटनाएं थम नहीं रही हैं। वाॅट्सऐप और दूसरे सोशल साइट के माध्यम से भीड़ को एकत्रित होने में समय नहीं लगता। बुधवार को मणिपुर में दो लोगों को बच्चा चुराने और खाने के आरोप में भीड़ पिटाई करने लगी, समय पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से दोनों को बचाया। अब शुक्रवार को बिहार के नालंदा जिले में एक युवक को हत्यारा समझकर भीड़ ने पिटाई शुरू कर दी, उस युवक को बचाने में आधा दर्जन पुलिस वाले घायल हो गए।
दरअसल नालंदा जिले के बिहारशरीफ में दिवाकर नाम का युवक सुबह अपनी मौसी को स्टेशन पंहुचाकर घर लौट रहा था, लौटने के क्रम दो बदमाशो ने उसे गोली मार दी और उसकी मौके पर मौत हो गई। गोली चलने की आवाज से इलाके में भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे स्थानीय युवक रजनीकांत भी भगने लगा, तभी एकत्रित भीड़ ने रजनीकांत को हत्यारा समझ लिया और उसके पीछे भागने लगे। रजनीकांत एक घर में छुप गया लेकिन भीड़ ने घर से निकालकर उसकी पिटाई कर दी और साथ ले जाने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ से रजनीकांत को किसी तरह बचाया। इसमें आधा दर्जन पुलिस वाले घायल हो गए।
बता दें कि बीते एक महीने 11 राज्यों में माॅब लिंचिंग की घटनाओं में 30 लोगों की जान जा चुकी है। इसकी शुरुआत झारखंड से हुई थी जहां पर वाॅट्सऐप में फैली बच्चा चोर की अफवाह पर भीड़ ने कई लोगों की हत्या कर दी। हाल में महाराष्ट्र में बच्चा चोरी के आरोप में बड़े ही निर्मम तरीके से 5 लोगों की हत्या कर दी गई। नहीं थम रही