नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद अब भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत का दौर अब नहीं चलेगा। पीएम मोदी ने खुद अपने बयान में कहा कि बातचीत का समय खत्म हो गया है। इस सब के बाद बुधवार को पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने बयान दिया की अब भारत आतंकी हमले का कोई सबूत पाकिस्तान को नहीं देगा। बल्कि अमेरिका समेत दूसरे देशों को इन सबूतों का डोजियर भेजा जाएगा। हालांकि इससे पहले पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने अपना एक बयान जारी करते हुए कहा था कि अगर भारत सरकार इस आतंकी हमले में पाकिस्तानी की जमीन के इस्तेमाल का सबूत देगी तो वह आश्वासन देते हैं कि वह इसकी जांच करवाएंगे।
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बता दें कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घेरने के लिए भारत सरकार की कूटनीतिक रणनीतियां काम करने लगी हैं। पुलवामा हमले के बाद दुनिया के तीन ताकतवर देश अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लाएंगे। सूत्रों के मुताबिक , फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगवाने का प्रस्ताव लाएगा। यह दूसरा मौका होगा जब फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में ऐसे किसी प्रस्ताव के लिए पक्ष बनेगा।
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इस सब के चलते अब भारत सरकार ने फैसला लिया है कि वह पुलवामा आतंकी हमले का कोई सबूत अब पाकिस्तान सरकार को नहीं देगी। गृहमंत्री से मुलाकात के बाद पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने कहा कि हमारे उच्चायुक्त दूसरे देशों के संपर्क में है । उन्होंने कहा कि पाक को बेनकाब करने के लिए अब आतंकी हमलों के डोजियर अब पाकिस्तान को छोड़ दूसरे देशों को दिए जाएंगे, ताकि उनकी नापाक साजिशों का पुलिंदा दूसरे देशों की नजर में भी आए। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों से इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है। सही समय आने पर हम एक बार फिर से जवाब देंगे।
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इससे पहले रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कहा कि मुंबई में आतंकी हमले से जुड़े जो सबूत पाकिस्तान को दिए गए थे उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।