नई दिल्ली। अब सीमा पर चीन की चालाकी नहीं चलेगी। भारत ने इस पर नजर रखने के लिए एक खास ड्रोन विकसित की है। यह ड्रोन न्यू स्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी नाम के एक स्टार्टअप ने तैयार किया है। बता दें कि इस एयरक्राफ्ट ड्रोन का शोध से लेकर विकास तक का पूरा काम भारत मंे ही किया गया है। इस एयरक्राफ्ट की पहली उड़ान जो हाई एल्टीट्यूड स्यूडो सैटेलाइट की श्रेणी में रखा गया है इसे 2019 में शुरू किए जाने की योजना है।
कई तरह से मददगार
गौरतलब है कि न्यू स्पेस प्रोजेक्ट डेवलपर ने बताया कि ये हाई एल्टीट्यूड ड्रोन एक आदर्श प्लेटफॉर्म देगा जो इंटेलीजेंस, सर्विलांस और रात में बेहतरीन फोटो मुहैया कराएगा। इस ड्रोन की मदद से मिलिट्री इंटेलीजेंस, आपदा प्रबंधन, होमलैंड सिक्योरिटी और स्मार्ट सिटी मैनेजमेंट में काफी मदद करेगा, यही नहीं ये ड्रोन ट्रैफिक नियंत्रित करने से लेकर रोडवे और रेलवे तक के लिए काफी फायदेमंद होगा। हालांकि अभी इसे लेकर काफी चुनौतियां भी हैं।
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सुरक्षा के क्षेत्र में नया मुकाम
आपको बता दें कि करीब 65000 फीट तक तो इसे रिमोट से नियंत्रित किया जा सकेगा लेकिन इसके ऊपर हवा तेज होने की स्थिति में इस पर नियंत्रण रखना एक चुनौती होगी इस पर काम किए जाने की जरूरत है। अगर न्यू स्पेस इस ड्रोन को सफलता पूर्वक बना लेता है तो भारत के पास आने वाले दो दशकों में सबसे अलग ताकत होगी जो भारत को सुरक्षा की दृष्टि से एक नए मुकाम तक पहुंचाने में मदद करेगी।