नई दिल्ली। भारत ने अमेरिका के दवाब के बावजूद यह साफ कर दिया है कि वह ईरान तेल आयात जारी रखेगा। सरकार की ओर से इस बात के संकेत मिलते ही तेल कंपनियां इंडियन आॅयल काॅरपोरेशन (आईओसी) मंगलूरु रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) ने ईरान से 12.5 लाख टन कच्चा तेल आयात करने का सौदा कर लिया है। बता दें कि अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगा दिया है जो कि 4 नवंबर से लागू होंगे।
गौरतलब है कि भारत ने अमेरिकी दवाब के बावजूद रूस के साथ रक्षा सौदा भी किया है। रूस के साथ रक्षा सौदा करने पर अमेरिका ने भारत को भी प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी। अब भारत और रूस के बीच हुए इस सौदे से अमेरिका के साथ चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है।
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आपको बता दें कि भारत ईरान से अब भी उतने ही तेल का आयात कर रहा है जितना कि वह पहले कर रहा था। 2018-19 के वित्तीय वर्ष में भारत ने 90 लाख टन आयात करने की तैयारी की है। 4 नवंबर से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो जाएंगे जिससे लेनदेन में थोड़ी परेशानी आएगी लेकिन भारत ने ईरान को अब रुपये में कीमत चुकाने की पेशकश की है। ईरान कभी-कभी तेल का भुगतान रुपये में भी ले लेता है। इस रुपये का इस्तेमाल वह दवाओं और अन्य जरूरी वस्तुओं के आयात के लिए करता है।