Friday, April 26, 2024

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राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर भाजपा में मचा अंदरूनी घमासान, दिल्ली पहुंचे जाट नेता

अंग्वाल न्यूज डेस्क
राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर भाजपा में मचा अंदरूनी घमासान, दिल्ली पहुंचे जाट नेता

नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में लगातार जीत दर्ज करने वाली भाजपा को अंदरूनी कलहों को सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने किसी ‘चहेते’ को इस पद पर देखना चाहती हैं जबकि राजपूत समाज से केंद्रीय राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को अध्यक्ष बनाए जाने की खबरें आने के बाद सीएम की तरफ से लॉबिंग तेज कर दी गई है। मामला इतना बढ़ गया है कि अब कई नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। 

गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बेटे ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सोशल मीडिया के जरिए यह तर्क देते हुए कहा है कि शेखावत जातिगत समीकरणों में फिट नहीं बैठते हैं ऐसे में उन्हें अध्यक्ष न बनाया जाए। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा है कि ‘‘प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर कोई बलि का बकरा नहीं बनना चाहता, इस कारण नाम की घोषणा नहीं हो पा रही है।’’

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यहां बता दें कि फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए आपसी तनातनी जारी है। सीएम वसुंधरा राजे अध्यक्ष पद पर अपने किसी जानकार को अध्यक्ष बनाना चाहती हैं जबकि आलाकमान किसी राजपूत नेता को ये पद देना चाहती है जिस पर मुख्यमंत्री का कोई प्रभाव न हो। अब इस बात पर मचे बवाल को समाप्त करने के लिए कई जाट नेता ने दिल्ली में अपना डेरा डाल दिया है। नेताओं का कहना है कि प्रदेश में जाटों की संख्या ज्यादा है ऐसे में राजपूत समाज से अध्यक्ष बनाने पर जाट नाराज हो जाएंगे। गौर करने वाली बात है कि 16 अप्रैल को आलाकमान ने अध्यक्ष अशोक परनामी का इस्तीफा ले लिया था।

 

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