नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में भी वर्चस्व की लड़ाई जारी है। सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और उनके अंदर काम करने वाले विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच आपसी लड़ाई उस समय सामने आ गई जब आलोक वर्मा ने राकेश अस्थाना के उनके बारे में दिए गए बयानों को दुर्भावनापूर्ण और ‘छिछोरा’ बता दिया। बता दें कि सीबीआई करीब आधा दर्जन मामलों में अस्थाना की भूमिका की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि सीबीआई के प्रवक्ता ने राकेश अस्थाना पर उनके खिलाफ जांच कर रहे अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगाया है। सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने कहा कि अस्थाना अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे अधिकारियों को धमका रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि सीबीआई के प्रवक्ता ने राकेश अस्थाना के उस आरोप को भी नकार दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि आलोक वर्मा ने उन्हें कई अहम मामलों की जांच को रोकने के आदेश दिए थे। बता दें कि इसमें आईआरसीटीसी का भी मामला है जिसमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनका परिवार फंसा है।
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यहां बता दें कि राकेश अस्थाना ने केंद्रीय सर्तकता आयोग को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की थी। गौर करने वाली बात है कि आलोक वर्मा ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उनकी पदोन्नती का विरोध किया था। हालांकि बाद में सीवीसी ने उन्हें क्लीन चिट दे दी और सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी पदोन्नती पर मुहर लगा दी। बताया जा रहा है कि अब दोनों अधिकारियों के द्वारा एक दूसरे पर लगाए जा रहे आरोपों के बाद सरकार भी सकते में आ सकती है।