नई दिल्ली । पंजाब नेशनल बैंक के महाघोटाले को लेकर जांच एजेंसियों ने अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे से PNB से लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया तक की पोल खुल गई है। असल में जांच एजेंसियों ने इस महाघोटाले के असर कारणों का पता लगा लिया है। इन जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि घोटाले का कारण बैंक सिस्टम का पूरी तरह फेल हो जाना था। यह खेल इतने व्यापक स्तर का था कि इसे बैंक तो बैंक आरबीआई के ऑडिटर तक नहीं पकड़ सके। खुलासा हुआ है कि PNB के बैकिंग सिस्टम के तीन डिविजन का आपस में कोई कम्यूनिकेशन ही नहीं है। यही वजह है कि साढ़े 11 हजार करोड का घोटाला पकड़ा नहीं जा सका। बहरहाल जांच एजेंसियां इस मामले की गहनता से जांच करने के बाद अब सरकार को देने के लिए अपनी अंतिम रिपोर्ट बना रही है।
क्या हैं ये तीन डिविजन
पीएनबी के बैंकिंग सिस्टम में 3 डिविजन काम करते हैं। पहला स्विफ्ट मैसेज सिस्टम, दूसरा कोर बैकिंग और तीसरा NASTRO अकांउट डिवीजन। इस घोटाले की जांच कर रही एजेंसी ने इस दौरान पाया कि इन तीनों डिविजन का आपस में कोई संवाद ही नहीं है।तीनों डिविजन एक दूसरे से संपर्क नहीं करते थे।
NASTRO एकांउट डिवीजन
इसमें बैक के विदेश स्थित लेन देन की जानकारी होती है। बाकी दोनों डिविजन से पास होने के बाद इस डिविजन के पास लेनदेन की पूरी जानकारी होती है, लेकिन, पीएनबी घोटाले के मामले में तीनों डिविजन में कोई आपसी तालमेल नहीं था। तीनों डिवीजन की लापरवाही के चलते ही यह घोटाला हुआ है. खास बात यह है कि जिस ब्रांच के जरिए घाटोला हुआ उसका आडिट खुद पीएनबी मैनेजमेंट करता है।
क्या है स्विफ्ट मैसेज सिस्टम?
आपको बता दें कि पीएनबी का स्विफ्ट मैसेज सिस्टम के जरिए विदेश स्थित बैंको को बैंक गारंटी देता है। ये सिस्टम कंम्पयूटर पर होता है और दो लोगों के पासवर्ड होते हैं।
क्या है कोर बैंकिंग?
कोर बैंकिग बैंक का अपना नेटवर्क है, जिस पर बड़ी रकम को पास करने की जिम्मेदारी और जानकारी होती है। इसमें भी दो लोगों के पास पासवर्ड होता है।