श्रीनगर। टेरर फंडिंग के मामले में फंसे हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ पर सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। राज्य सरकार ने उसे नौकरी से निलंबित कर दिया है। बता दें कि शाहिद यूसुफ पर घाटी में आतंकियों के लिए विदेशों से धन मंगवाने का आरोप है और पिछले दिनों एनआईए ने उसे गिरफ्तार भी किया था।
विदेशों से पैसे मंगाने का आरोप
गौरतलब है कि सैयद सलाउद्दीन का बेटा शाहिद यूसुफ जम्मू कश्मीर के कृषि विभाग में सहायक के तौर पर नौकरी कर रहा था। राज्य में अलगाववादी नेताओं द्वारा पैसे लेकर आतंकी गतिविधयों को बढ़ावा देने का खुलासा होने के बाद एनआईए ने कड़ी कार्रवाई शुरू की है। इसके तहत कई नेताओं से पूछताछ भी की है। शाहिद यूसुफ से भी हवाला नेटवर्क के जरिए विदेशों से पैसे मंगवाने के आरोप में पूछताछ की गई थी और पिछले महीने उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। शाहिद यूसुफ को नई दिल्ली की एक अदालत ने न्यायिक रिमांड पर तिहाड़ जेल भेज दिया है।
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शाहिद को किया निलंबित
आपको बता दें कि एनआईए के बाद सरकार ने भी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से निकाल दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि यह एक रूटीन निलंबन है, क्योंकि राज्य सरकार के सेवा नियमों के तहत कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी अपनी गिरफ्तारी या हिरासत के 48 घंटों के भीतर ही निलंबित माना जाता है लेकिन इस मामले में एनआईए से कुछ जानकारियां नहीं मिली थी इस वजह से शाहिद के निलंबन में देरी हुई है। निदेशक कृषि अल्ताफ अंद्राबी ने आदेश जारी कर कहा कि शाहिद यूसुफ को उसकी गिरफ्तारी के दिन से ही निलंबित माना जाए।