पुणे । केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश में आईआईटी, बैंकिंग, सेना की भर्ती के लिए तैयारियां करवाने वाले कोचिंग संस्थानों पर निशाना साधा है। जावड़ेकर ने पुणे स्थित कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन 2018 के दूसरे संस्करण के उद्घाटन अवसर पर कहा- देशभर में चल रहे कोचिंग सेंटर आईआईटी और उसके जैसे संस्थानों में दाखिला दिलाने के नाम पर छात्रों से गुलामों जैसा व्यवहार करते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल- कॉलेजों में शिक्षा देने के स्तर में आई गिरावट का एक बड़ा कारण कोचिंग केंद्रों पर बढ़ती निर्भरता भी है।
उन्होंने इस दौरान कहा कि सही में मौजूदा दौर में कोचिंग संस्थान आज बच्चों से गुलामों जैसा व्यवहार करते दिख रहे हैं। यह चिंता बड़ा विषय है। आज स्थिति यह है कि 8वीं कक्षा के छात्र भी इन कोचिंग संस्थानों के गुलाम बनते जा रहे हैं। इन छात्रों को सिर्फ प्रतियोगी परीक्षाओं का सामना करने के हिसाब से पढ़ाया जा रहा है। इन कोचिंग इंस्टीट्यूट में छात्रों केवल रट्टा मारना सीख रहे हैं और छात्रों को वास्तविक ज्ञान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब बच्चों को किताबी ज्ञान से बाहर की भी काफी जानकारी रहती थी, लेकिन आज छात्रों की पढ़ाई सिर्फ उनके किताबों तक ही सीमित रह गई है। स्कूल-कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है, क्योंकि आज ऐसे बहुत कम शिक्षक हैं, जिन्हें छात्रों द्वारा क्लास में सवाल पूछना रास आता है। ऐसे में निजी कोचिंग सेंटरों का धंधा फल-फूल रहा है।