नई दिल्ली। पिछले दिनों भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बिहार दौरे के दौरान जदयू प्रमुख व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी सौहार्दपूर्ण बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने साथ में ब्रेकफास्ट और डिनर किया। बेहद खुशनुमा वातावरण राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। अमित शाह ने नीतीश कुमार से बातचीत के बाद विरोधियों पर हमला करते हुए कहा था कि आप लार टपकाते रह जाइए, नीतीश कुमार हमारे साथ हैं और रहेंगे। ऐसे में लग रहा था कि दोनों पार्टियों के बीच सब कुछ ठीक चल रहा है लेकिन जदयू प्रवक्ता संजय सिंह के बयान से लगता है कि मतभेद फिलहाल पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। संजय सिंह का कहना है कि भाजपा और राजद के बीच मैच फिक्स है। 2005 के रेलवे होटल के बदले जमीन देने के घोटाले में रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई में देरी की बात को हवा देते हुए जदयू की ओर से आरोप लगाया है कि भाजपा और राजद के बीच मैच फिक्स है।
जदयू की ओर से कहा गया है कि रेलवे अधिकारी भूपेंद्र कुमार अग्रवाल पर केस चलाने में देरी की जा रही है। इस देरी का सीधा फायदा मामले में आरोपी बनाए गए राजद प्रमुख लालू यादव उनकी पत्नी राबड़ी देवी, पुत्र तेजस्वी यादव को हो रहा है। भूपेंद्र कुमार अग्रवाल फिलहाल रेलवे बोर्ड के एडिशनल मेम्बर हैं। देरी की वजह से पटियाला हाऊस कोर्ट में सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं होंगे। इस मामले में तीनों नेताओं के साथ जिन धाराओं में केस दर्ज किया गया वो गैरजमानती हैं। सीबीआई ने 16 अप्रैल को इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। इस मामले में लालू यादव उनकी पत्नी और पुत्र की गिरफ्तारी हो सकती है।
बता दें कि 2005 में रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने रांची और पुरी के दो होटलों को मेसर्स सुजाता होटल प्राइवेट लिमिटेड को लीज पर दिया था। आरोप है कि होटल लीज पर देने के लिए टेंडर के नियमों में ढील दी गई थी। इसक एवज डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को पटना में 3 एकड़ जमीन मिली। ये जमीन चाणक्य होटल के डायरेक्टर विनय कोचर ने 1 करोड़ 47 लाख में बेची जबकि उस वक्त बाजार में इसकी कीमत 2 करोड़ रुपये थी।