रांची । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में उनके छोटे पुत्र और पार्टी कमान संभाल रहे तेजस्वी यादव के लिए इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती के खड़ा रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। पहले बिहार में लोकसभा चुनावों के लिए महागठबंधन के शामिल दलों के बीच सीट बंटवारे पर राजद और अन्य दलों के बीच कुछ नाराजगी की खबरें आईं और अब खबर झारखंड आरजेडी से है। इस सब के बाद अब पार्टी की कमान संभाल रहे तेजस्वी यादव जल्द एक पत्रकार वार्ता करके प्रदेश में पार्टी की कमान नई हाथों में सौंपने का ऐलान करेंगे।
खबरों के अनुसार, झारखंड आरजेडी की अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन करेंगी । इतना ही नहीं उनके साथ पार्टी के दो पूर्व विधायकों भी भाजपा ज्वाइन करेंगे। इस सब के चलते झारखंड में आरजेडी को लोकसभा चुनावों से ठीक पहले करारा झटका लगा है।
इससे पहले आरजेडी ने झारखंड में महागठबंधन को बड़ा झटका देते हुए सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है। कहा जा रहा है कि बिहार में महागठबंधन में शामिल होने के बाद से तेजस्वी यादव टिकट बंटवारे को लेकर खुश नहीं है।
इससे पहले राजद के प्रधान महासचिव संजय यादव ने कहा कि महागठबंधन में पलामू सीट छोड़ने की बात की जा रही थी। यह कहीं से भी सही निर्णय नहीं है। उन्होंने राजद नेताओं के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा था कि प्रदेश राजद अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी के नेतृत्व में संगठन एकजुट है। कहीं कोई टूट की बात नहीं है। मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने दो टूक कहा कि राजद सभी 14 सीटों पर प्रत्याशी देगा। इसकी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दे दी गई है।