नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर दवाब बनाने के लिए विपक्षी दलों के शासन वाली सरकारों ने कीमतों को कम करने का फैसला लिया है। आंध्रप्रदेश और पश्चिम बंगाल के बाद कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार ने भी सोमवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रतिलटर कमी करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि गठबंधन सरकार ने तेल की कीमतों में कमी करने का निर्णय लिया है।
गौरतलब है कि इस महीने की 16 तारीख से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। यहां तक अब दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 82 रुपये के पार पहुंच गया है वहीं डीजल की कीमत भी 75 रुपये प्रतिलीटर तक पहुंच गया है। कीमतों में बढ़ोतरी के चलते जनता में जबर्दस्त नाराजगी है। जनता की नाराजगी पर राजनीति भी तेज हो गई है।
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यहां बता दें कि आंध्रप्रदेश में एन चंद्रबाबू नायडू ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले कर में 2 रुपये की कमी करने का निर्णय लिया है वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने भी तेल की कीमतों में 1 रुपये प्रतिलीटर की कटौती करने का फैसला लिया है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में तेल की कीमतों में और भी इजाफा हो सकता है। उनका कहना है कि अमेरिका के डाॅलर के मुकाबले रुपये के गिरते मूल्य के साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को माना जा रहा है। तेल की बढ़ती कीमतों ने जनता की जेब में आग लगा रखा है वहीं सरकार के माथे पर भी बल डाल दिया है।