नई दिल्ली। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आखिरकार देर रात अपना धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया। हालांकि अब खबरें आ रही धरना खत्म करने के बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई है डॉक्टरी जांच में पता लगा कि केजरीवाल का बल्ड शुगर लेवल बढ़ने से उनकी तबीयत खराब हो गई। इससे पहले भी भूख हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की भी तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
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खत्म हुई हड़ताल
दिल्ली में आईएएस अधिकारियों द्वारा सरकारी बैठकों में शामिल होने का फैसला करने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एलजी हाउस पर नौ दिनों से जारी धरने को समाप्त करने का फैसला लिया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि मंत्रियों द्वारा बुलाई गई बैठक में मुख्य सचिव सहित सभी शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेगें।
सचिवालय में होगी बैठक
धरना खत्म होने के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिय दिल्ली सचिवालय में बुधवार को बैठक करेगें। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में IAS ऑफिसर भी शामिल हो सकते हैं।
धरने के बाद एलजी और मुख्यमंत्री में हुई बात
धरने के बाद मुख्यमंत्री से पहली बातचीत में एलजी अनिल बैजल ने केजरीवाल को पत्र लिखकर उनसे अधिकारियों से तत्काल मिलकर बातचीत के जरिये दोनों पक्षों की परेशानियां दूर करने को कहा।
आईएएस एसोसिएशन ने की थी प्रेस कॉन्फेंस
केजरीवाल के कथित बयान को आईएएस एसोसिएशन ने सीरे से खरीज करते हुए कहा कि हम किसी भी तरह की हड़ताल पर नहीं हैं बल्कि सभी अधिकारी अपना-अपना काम कर रहे हैं पर हमें अपनी सुरक्षा को लेकर चींता है जिस पर केजरीवाल ने ट्वीट कर उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया था।
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यहां आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आईएएस अधिकारियों की कथित हड़ताल के विरोध में अपना धरना दे रहे थे। उन्होंने पीएम और एलजी को पत्र लिखकर आईएएस अधिकारियों की हड़ताल खत्म कराने की मांग की थी। इसके बाद चार राज्यों के मुख्यमंत्री केजरीवाल के समर्थन में आए थे। नीति आयोग की बैठक में भी चारों मुख्यमंत्रियों ने यह मुद्दा उठाया था।