पंचकुला । पत्रकार रामचंद्र छत्रपति मर्डर केस में दोषी करार दिए गए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को गुरुवार पंचकुला की सीबीआई ने उम्रकैद की सजा सुनाई । कोर्ट ने पत्रकार की हत्या में शामिल अन्य 3 दोषियों हालांकि सीबीआई ने इस मामले में राम रहीम को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की थी। बता दें कि अपनी दो अनुयायियों के दुष्कर्म के मामले में राम रहीम पहले से 20 साल के कारावास की सजा रोहतक की सुनरिया जेल में काट रहा है। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए राम रहीम को यह सजा सुनाई। इसके साथ ही कोर्ट ने तीन अन्य दोषियों को भी उम्रकैद की सजा सुनाई है।
पंचकुला की सीबीआई कोर्ट में गुरुवार को दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। कोर्ट में बचाव पक्ष ने जहां राम रहीम को सजा में राहत देने की मांग की, वहीं सीबीआई ने फांसी की सजा सुनाए जाने की मांग की थी। सीबीआई ने इस दौरान यह भी मांग की पीड़ित परिवार को पिछले 16 सालों में जो प्रताड़ना सहनी पड़ी है उसके लिए पीड़ित परिवार को मुआवजा भी दिया जाए। इतना ही नहीं कोर्ट ने तय किया है कि साधवी के शोषण मामले में 10-10 साल की सजा पूरी काटने के बाद इस मामले में 20 साल की सजा राम रहीम को जेल में काटनी होगी।
बता दें कि पिछली 11 जनवरी को पंचकुला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने सजा का ऐलान 17 जनवरी को करने का ऐलान किया था। इस दौरान राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद था। कोर्ट के इस फैसले से पहले पंचकुला के साथ ही हरियाणा के कुछ इलाकों में धारा 144 लगा दी गई थी । इतना ही नहीं राम रहीम की सजा को देखते हुए पंचकुला समेत हरियाणा के उन तमाम शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है जहां डेरा सच्चा सौदा का प्रभाव है. पत्रकार हत्याकांड में राम रहीम के अलावा 3 और लोगों को आईपीसी की धारा 302 यानी हत्या और 120 बी यानी आपराधिक साजिश के तहत दोषी ठहराया गया था।
इसके अलावा सिरसा में कल पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला. सिरसा में दो महिला पुलिसबल की कंपनी समेत कुल 12 कंपनियां बाहर से मंगवाई गई हैं। यहां सीआरपीएफ की 2 टुकड़ियां को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा पंचकुला, फतेहाबाद में सुरक्षा सख्त है।बता दें कि यह हत्याकांड वर्ष 2002 यानी 16 साल पुराना है। कुछ लोगों ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी क्योंकि छत्रपति लगातार अपने समाचार पत्र में डेरे में होने वाले दुराचार को लेकर खबर प्रकाशित कर रहा था। हत्या के बाद परिजनों ने राम रहीम समेत 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उनकी याचिका पर कोर्ट ने इस हत्याकांड की जांच नवंबर 2003 को सीबीआई के हवाले कर दी थी. 2007 में सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करते हुए गुरमीत सिंह राम रहीम को हत्या की साजिश रचने का आरोपी माना था।