लखनऊ। राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव प्रचार कर रहे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उनके बयानों को लेकर हमले तेज हो गए हैं। तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान उन्हांेने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद ओवैसी को निजाम की तरह से राज्य को छोड़कर भागना पड़ेगा। इस पर असदउद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई दोनों ही भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि ये देश उनका भी है और उन्हें तो क्या उनकी आने वाली 1000 पीढ़ियों को कोई नहीं भगा सकता है। इसके बाद अब सोमवार को लोकदल के अध्यक्ष सुनील सिंह ने सीएम योगी को हनुमानजी की जाति बताने पर ‘बेपेंदी का लोटा’ कहा है।
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ ने हनुमानजी को दलित, वंचित और वनवासी बताया था। उनके इस बयान पर लोकदल के अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ में शासन चलाने की क्षमता नहीं है और उनके लिए बेहतर पूजा-पाठ करना ही है। सुनील सिंह ने कहा कि अगर ऐसा कहीं लिखा नहीं होता कि भगवान राम क्षत्रिय थे तो वे उनकी भी जाति कुछ और बता देते।
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यहां बता दें कि लोकदल के मुखिया ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा चुनाव के समय ही उछाला जाता है। उन्होंने कहा कि वहां न राम मंदिर बना है और न ही बनेगा। लोग सिर्फ राजनीति कर अपना वोट बैंक बनाते रहेंगे। उनका कहना था कि अयोध्या में कैंसर अस्पताल या विश्व स्तर का विश्वविद्यालय बन जाता तो हजारों की संख्या में लोग लाभ उठा रहे होते।
आपको बता दें कि सुनील सिंह ने कहा कि देश में जाति के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने मराठा को आरक्षण दे दिया। अब कुछ दिनों के बाद पंजाब सरकार पंजाबियों को आरक्षण दे देगी, गुजरात सरकार गुजरातियों को आरक्षण दे दे यह देश के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। सुनील सिंह ने कहा कि सही मायनों में आरक्षण देश के किसानों के बच्चों को मिलना चाहिए।