नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पर विवादित बयान देने वाले कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पाटी ने उन्हें प्राथमिकता सदस्यता से निलंबित कर दिया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके बाद इस मामले पर राजनीति और तेज हो गई है। भाजपा के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे कांग्रेस की सोची समझी रणनीति बताया है वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘क्या प्रधानमंत्री कभी ऐसा कर पाएंगे?’
अय्यर की कमजोरी
गौरतलब है कि मणिशंकर अय्यर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री को ‘नीच’ कहा था। इस पर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें माफी मांगने को कहा था। मामला बढ़ता देख अय्यर ने अपनी हिन्दी कमजोर होने की बात कह गोलमोल जवाब दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। हालांकि बाद में मणिशंकर अय्यर ने माफी मांग ली थी।
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सदस्यता से सस्पेंड
आपको बता दें कि मणिशंकर अय्यर के बयान को प्रधानमंत्री ने गुजरात की रैली में मुद्दा बना दिया था। ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस बयान को गुजरात चुनाव में अपना नुकसान होता देख अय्यर को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। पार्टी की कमान औपचारिक रूप से संभालने से पहले राहुल ने साफ संदेश दिया कि इस तरह की लापरवाही पार्टी में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सूत्रों के अनुसार राहुल कपिल सिब्बल से भी नाराज थे, जिनके सुप्रीम कोर्ट में स्टैंड से पार्टी की फजीहत हुई। राहुल का कांग्रेस अध्यक्ष बनने का औपचारिक ऐलान 11 दिसंबर को होने को उम्मीद है।