लखनऊ । लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण के मतदान के तहत आगामी 19 मई को यूपी और देश के लिए एक प्रतिष्ठित सीट गोरखपुर में 19 मई को मदतान होना है । इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीम मायावती ने यहां एक गठबंधन की एक संयुक्त रैली करते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया । सपा प्रमुख मायावती ने रैली में कहा कि इस भीड़ से दिख रहा है नमो वाले जा रहे हैं और जय भीम वाले आ रहे हैं। मायावती ने वादा किया कि केंद्र में उनकी सरकार बनी तो हम खाते में रुपया नहीं बल्कि सरकारी नौकरी लगवाएंगे । वहीं कांग्रेस को लेकर मायावती ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस अधिक समय तक सत्ता में रही, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र में कोई काम नहीं किया । कांग्रेस की गलत नीतियों से उनका ये हाल हुआ है, ऐसा ही भाजपा के साथ इस चुनाव में हो रहा है ।
विदित हो कि लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण के तहत यूपी की गोरखपुर सीट भी सभी दलों के लिए एक नाक का सवाल बन गई है । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस सीट से अपनी लोकसभा सदस्यता खत्म करने के बाद हुए उपचुनावों में भाजपा ने अपनी यह सीट गवां दी थी। हालांकि यह सीट भाजपा और सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ था, लेकिन इस सीट पर हुए उपचुनाव में निषाद पार्टी के नेता प्रवीण निषाद सपा के टिकट पर लड़े हो जीते थे। इस सब के बाद अब इस सीट पर भाजपा ने भोजपुरी स्टार रवि किशन को उतारा है । जबकि पिछली बार इस सीट से सांसद रहे प्रवीण निषाद ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है ।
इस सब से इतर नतीजों से पहले ही तीसरे मोर्चे की कोशिशें तेज हो गई हैं । सोमवार को TRS के प्रमुख और तेलंगाना केसीआर चेन्नई में DMK प्रमुख एमके स्टालिन से मुलाकात करेंगे। KCR इससे पहले भी लगातार कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं, जिनमें गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस समर्थक नेता भी शामिल रहे हैं ।