नई दिल्ली । मोदी कैबिनेट में फेरबदल की खबरों के बीच खबर है कि मंत्रिमंडल से करीब 10 मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। हालांकि बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर जिन मंत्रियों को हटाया जाएगा, उन्हें संगठन में अहम जानकारी दी जाएगी। वहीं इन मंत्रियों को हटाए जाने के पीछे इन मंत्रियों के कामकाज से पीएम मोदी के खुश नहीं होने की बात भी कही जा रही है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत से भी मशविरा भी कर लिया है। हालांकि फेरबदल की खबरों के बीच कई मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। अब खबर है कि अश्विनी चौबे, हेमंत बिस्वा, प्रह्लाद जोशी, भूपेन्द्र यादव, विनय सहस्त्रबुद्धे, हरीश द्विवेदी, सुरेश आंगड़ी और सतपाल सिंह को कैबिनेट विस्तार का फायदा होगा और इन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी।
बता दें कि कैबिनेट में फेरबदल की खबरों के बीच ऐसी सुगबुगाहट थी कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री कलराज मिश्र को भी मंत्रिमंडल से हटाने की तैयारी हो गई है। हालांकि इसके बाद उन्होंने भी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री से इस्तीफा दे दिया। अबर खबर है कि चीन में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के पहले ही रविवार को पीएम मोदी अपने कैबिनेट में फेरबदल का ऐलान कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में जहां कुछ कैबिनेट मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है वहीं कुछ मंत्रियों को हटाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी के बीच आम सहमति बन गई है। खबर है कि जिन मंत्रियों के पास एक से ज्यादा मंत्रालय है, उनसे भी अतिरिक्त प्रभार वापस लिया जाएगा।
पीएम मोदी आदेशों के बावजूद कई विभागों के मंत्रियों के कामकाज से खुश नहीं हैं। ऐसे में उन्होंने कुछ मंत्रियों से इस्तीफा मांगा है। राजीव प्रताप रुडी, संजीव कुमार बालियान, फग्गन सिंह कुलस्ते, महेंद्र नाथ पांडे और बंडारु दत्तात्रेय इस्तीफा दे चुके हैं। हालांकि महेंद्र नाथ पांडे को यूपी भाजपा के अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई है लेकिन अन्य नेताओं का क्या होगा अभी इसका कोई खुलासा नहीं किया गया है। . इनके अलावा दो कैबिनेट मंत्रियों उमा भारती और कलराज मिश्रा के इस्तीफे की संभावना बनी हुई है। हालांकि उमा भारती ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन उन्होंने इस्तीफे के दबाव को लेकर नाराजगी जाहिर की है।
मीडिया द्वारा इस्तीफे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया लेकिन ट्वीट कर लिखा- मैंने यह सवाल सुना ही नहीं, न सुनूंगी, ना जवाब दूंगी। हालांकि बाद में एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- इस बारे में या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष या अध्यक्ष जिसे नामित करेंगे, वही बोल सकता है. मेरा इस पर बोलने का अधिकार मेरा नहीं है।