नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आज समय आ गया है कि देश के आखिरी छोड़ के व्यक्ति को उसका हक पहुंचाना है तो देश के पास संसाधनों की कमी नहीं है। जिन सरकारों में सरकारी मशिनरी सही तरीके से काम कर रही है, वहां बदलाव आ रहा है, लेकिन जहां गुड गवर्नेंस नहीं है वहां विकास कार्य समय से पूरे नहीं हो रहे। पीएम मोदी ने कहा कि अगर देश का डॉक्टर- इंजीनियर और सरकारी अफसर शहरों के बजाए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने लगें तो देश की सूरत ही बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव का नागरिक भी अब शहरी जिंदगी जीना चाहता है और बेहतर होगा उसे वह सुविधा उसके ग्रामीण इलाके में ही दी जाए। इस दौरान कहा कि गांव के विकास के लिए गांव में जातिवाद का जहर खत्म करना होगा।
गांवों की मौलिकता से न हो छेड़छाड़
नानाजी देशमुख की जन्म शताब्दी के मौके पर आयोजित 'गरीबी हटाओ' कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगले 5 सालों में हम देश को गरीबी मुक्त करना चाहते हैं। हमें गांव के लोगों को भी अब शहरों की तरह सुविधाएं देनी होंगी, लेकिन इसके लिए महत्वपूर्ण है कि गांवों की मौलिकता के साथ छेड़छाड़ न हो। अब समय आ गया है कि गांवों को शहरों के बराबर खड़ा करना होगा। जरूरी होगा कि जो सुविधाएं शहरों में रह रहा एक व्यक्ति ले रहा है, वहीं सुविधाएं ग्रामीण इलाकों में रहने वाले व्यक्ति को भी मिले।
लोकतंत्र में सबकी भागीदारी जरूरी
पीए मोदी ने कहा कि आज लोकतंत्र में सरकार का ज्यादा जोर ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं पहुंचाने की है। लोकतंत्र में सबकी भागीदारी जरूरी है। जन भागीदारी से ही लोकतंत्र मजबूत होता है। आज गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है। हमारी सरकार इसके लिए जनभागीदारी की ओर कदम बढ़ा रही है। देश में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन की मदद से भी ग्रामीणों को आगे बढ़ाया जा सकता है। हम मधुमक्खी पालन भी एक बहुत बड़ा बाजार है। हम अपने ग्रामीण क्षेत्रों में इन चीजों को बढ़ावा देकर दुनिया में अपनी धमक पैदा कर सकते हैं।
मोबाइल एप होगा कारगर साबित
उन्होंने कहा कि आज कई सरकारी योजनाएं हैं, जिससे ग्रामीणों को जोड़ा जा सकता है। इसके लिए मोबाइल एप एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसके जरिए ग्रामीणों को सरकार और अन्य मुहिम से जोड़ा जा सकता है।
योजनाओं की हो रही समीक्षा
पीएम मोदी ने कहा कि आज जरूरत है देश के हर वर्ग के व्यक्ति तक विकास पहुंचाने की। हालांकि इसमें गुड गवर्नेंस का अहम योगदान है। जहां विकास की योजनाएं हैं लेकिन गुड गवर्नेंस नहीं है, वहीं योजनाएं परवान नहीं चढ़ पाती, जबकि गुड गवर्नेंस हैं, वहीं छोटी योजनाओं को भी अच्छे से लागू कर लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान पीएम ने कहा कि आज सरकार की सभी योजनाओं की समीक्षा हो रही है।