नई दिल्ली । पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और आर्मी चीफ जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि पाक की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के लिए कोई और नहीं बल्कि उनके पति आसिफ अली जरदारी जिम्मेदार थे। बेनजीर की मौत से उन्हें की सबसे ज्यादा फायदा हुआ। बता दें कि पाकिस्तान पीपुल्स लीग की प्रमुख रही 54 वर्षीय बेनजीर भुट्टो की हत्या 27 दिसंबर 2007 में उस समय हो गई थी जब वह चुनाव प्रचार में जुटी थीं। इस हमले में उनके साथ करीब 20 लोगों की मौत हुई थी।
बता दें कि पाकिस्तान की आतंक निरोधी अदालत ने पिछले महीने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और आर्मी चीफ जनरल परवेज मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित कर दिया है। साथ ही उनकी प्रोपर्टी जब्त करने के भी आदेश दिए गए हैं। इस सब के बीच मुशर्रफ ने बेनजीर के पति आसिफ अली जरदारी को उनकी हत्या का जिम्मेदार ठहराया है। फेसबुक पर ऑनलाइन पोस्ट किए वीडियो में पूर्व तानाशाह ने कहा कि भुट्टो की हत्या से सबसे ज्यादा फायदा पीपीपी के सह अध्यक्ष जरदारी को हुआ। इस वीडियो में मुशर्रफ कहते दिखाई दे रहे हैं कि जरदारी भुट्टो परिवार के खात्मे के लिए जिम्मेदार है।
बेनजीर व मुर्तजा भुट्टो की हत्या में शामिल रहे हैं। जब भी कोई हत्या होती है तो पहले यह देखा जाना जरूरी है कि इसका सहसे ज्यादा फायदा किसे होगा। इस मामले में मुझे सबकुछ खोना पड़ा। मैं सत्ता में था और इस हत्याकांड ने मेरी सरकार को मुश्किलों में ला दिया। केवल एक ही शख्स था जिसे बेनजीर की हत्या से केवल और केवल फायदा होना था और वह शख्स आसिफ अली जरदारी थे।
मुशर्रफ ने अपने आरोपों के साथ कहा कि जरदारी पूरे पांच साल तक सत्ता में रहे। इस दौरान उन्होंने इस ब्लास्ट मामले की जांच क्यों नहीं करवाई। क्योंकि वो खुद बेनजीर हत्याकांड में शामिल थे। सबूतों से साफ था कि बैतुल्ला मसूद और उसके लोग इस हत्याकांड में शामिल थे पर उन्हें ऐसा करने को किसने कहा था। मुशर्रफ ने कहा कि वह शख्स मैं नहीं हो सकता क्योंकि वह ग्रुप मुझसे और मैं उनसे नफरत करता था। सच तो ये है मैं खुद मसूद को मारना चाहता था। लेकिन क्या पाकिस्तान सरकार ने ऐसा किया। जबकि उसके मसूद के संगठन ने खुद मुझे मारने की कोशिश की।