इस्लामाबाद । पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ और उनके बेटों ने भ्रष्टाचार के मामले में अपने बयान दर्ज कराने से मना कर दिया है। नवाज परिवार के लोगों को शुक्रवार देश की सर्वोच्च भ्रष्टाचार निरोधक संस्था के सामने पेश होना था, जहां जाने से इन लोगों ने मना कर दिया। नवाज की पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नवाज ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल उनकी पुनर्विचार याचिका पर फैसला आने तक एनएबी की जांच में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है।
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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) ने पनामा गेट मामले में नवाज शरीफ और उनके दोनों बेटों को शुक्रवार को पेश होने के लिए समन जारी किए थे। इसके मद्देनजर एनबीए की10 सदस्यीय टीम रावलपिंडी से लाहौर पहुंची थी लेकिन नवाज और उनके बच्चे अपने बयान दर्ज कराने के लिए ब्यूरो के सामने पेश ही नहीं हुए। कहा जा रहा है कि नवाज ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका लगाई हुई है, जिसमें उन्होंने 28 जुलाई के फैसले की समीक्षा की मांग की है।
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बता दें कि नवाज शरीफ ने एनएबी जांच को लेकर आरोप लगाए हैं कि उनके खिलाफ मनचाहे परिणाण हासिल करने के लिए यह जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एनएबी की कार्यवाही की सुप्रीम कोर्ट के जज द्वारा निगरानी करना अभूतपूर्व है। एनएबी का उनके हाजिर न होने पर कहा कि उन्हें अभी दो ओर समन भेजे जाएंगे। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।