इस्लामाबाद। बहुचर्चित पनामा पेपर लीक मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मति से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी करार दिया है। पांच सदस्यीय जजों की इस बैंच ने नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के इस मामले में दोषी करार दिया है। इस फैसले के बाद अब नवाज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पद पर नहीं बने रह सकते। इतना ही नहीं नियमों के तहत वह अब पार्टी के अध्यक्ष पद पर भी नहीं रह सकेंगे। इस फैसले के बाद नवाज को तत्काल प्रभाव से कुर्सी छोड़नी होगी। इस दौरान विपक्ष के नेता ने कहा कि यह फैसला पाकिस्तान के लोगों के लिए एक बड़ी खबर है। इस दौरान पाकिस्तान में नए दौर की शुरुआत किए जाने की बातें उठीं।
बता दें कि नवाज और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग जैसे संगीन आरोप हैं। नवाज शरीफ से सीधे जुड़े मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर संयुक्त जांच दल (जेआईटी) गठित किया गया। जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने 21 जुलाई को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसस पहले पीठ में शामिल रहे दो जजों के 11 अगस्त तक के लिए इस्लामाबाद से बाहर होने की बात कही गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेआईटी ने अपनी रपट में शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराने की सिफारिश की है। ऐसे में उनके भाई और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के कमान संभालने के कयास भी लगाए जा रहे हैं।