नई दिल्ली । 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के बाद नरेंद्र मोदी एक बार फिर से 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे । भले ही भाजपा ने इन चुनावों में एनडीए के दलों का नेतृत्व किया हो , लेकिन भाजपा को अकेले ही पूर्ण बहुमत मिला है , बावजूद इसके संकेत मिले रहे हैं कि मोदी कैबिनेट में सभी दलों के नेता शामिल हो सकते हैं। इसमें जहां जदयू को प्रथामिकता मिलेगी , वहीं अन्नाद्रुमक समेत शिवसेना और अन्य दलों के प्रतिनिधियों को भी कैबिनेट का हिस्सा बनाया जा सकता है । हालांकि इस सब के बीच सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली और भाजपा अधय्क्ष अमित शाह को लेकर हो रही है । अरुण जेटली की तबीयत को लेकर आ रही खबरों के बीच भाजपा नेताओं की ओर से बयान आए हैं कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं , जबकि अमित शाह को इस बार कैबिनेट का हिस्सा बनाए जाने की अटकलों के बीच उनकी ओर से कोई बयान नहीं आया है ।
बंगाल-तेलंगाना का भी हो सकता है प्रतिनिधि
सूत्रों का कहना है इस बार मोदी की कैबिनेट में भाजपा के साथ ही एनडीए के घटकों दलों के नेताओं को भी जगह मिल सकती है । वहीं पश्चिम बंगाल और तेलंगाना के अच्छे प्रदर्शन के चलते राज्यों से भी सांसदों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है । अन्नाद्रमुक को इस लोकसभा चुनाव में मात्र एक सीट मिली है लेकिन तमिलनाडु में सत्तासीन होने के कारण उसे एक मंत्री पद दिया जा सकता है ।
हरियाणा-महाराष्ट्र-उत्तराखंड के नेताओं को मौका
यूं तो कहा जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होगा , लेकिन इस बार हरियाणा , महाराष्ट्र , झारखंड और उत्तारखंड के नेताओं को अपनी कैबिनेट में जगह दे सकते हैं। इतना ही नहीं बिहार में एनडीए के सहयोगी दल जेडीयू के एक नेता ने कहा कि पार्टी को मंत्रिमंडल में कम से कम एक पद मिलने की संभावना है ।
जेटली पूरी तरह स्वस्थ, संभालेंगे FM
इस सब के बीच वित्तमंत्री रहे अरुण जेटली की तबीयत को लेकर उन्हें इस बार वित्त मंत्रालय नहीं मिलने की खबरों को खारिज करते हुए सरकार की ओर से बयान आया है कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी सेहत से जुड़ी खबरें गलत और बेबुनियाद हैं ।
ये चेहरे तो दिखेंगे ही मंत्रिमंडल में
17वीं लोकसभा चुनावों में प्रचंड जीत के बाद नए मंत्रिमंडल में संभावना जताई जा रही है कि राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावड़ेकर जैसे पुराने चेहरे बने रह सकते हैं । इस सब के बीच एक बार फिर से स्मृति ईरानी को कैबिनेट में जगह मिलेगी । ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी नई सरकार में मंत्री पद संभाल सकते हैं. हालांकि, शाह ने इस मुद्दे पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है । इसी क्रम में लोजपा के पासवान परिवार में से पिता-पुत्र में से किसी एक को भी कोई मंत्रालय मिल सकता है ।