नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय नेपाल यात्रा का शनिवार को समापन हो गया। इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि नेपाल भारत के हितों के प्रति संवदेनशील है और यह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल उसके (भारत के) खिलाफ नहीं होने देगा। विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री ओली का यह बयान काफी अहम है और भारत इससे संतुष्ट है।
गौरतलब है कि विदेश सचिव ने कहा कि ओली ने कहा कि नेपाल की 1,850 किमी लंबी सीमा सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लगी हुई है। दोनों देशों के सीमावर्ती लोगों का पारिवारिक और लंबा सांस्कृतिक संबंध है। दोनों देशों के यात्रियों को एक दूसरे देश जाने में वीजा की जरूरत नहीं पड़ती। ऐसे में नेपाल अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देगा।
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यहां बता दें कि ओली के साथ एक बैठक के बाद शुक्रवार को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा था कि नेपाल और भारत के बीच खुली सीमाएं मजबूत द्विपक्षीय संबंधों में एक अहम भूमिका निभाती है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने कहा कि उच्च स्तरीय यात्राओं ने दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क मजबूत किया है। भारतीय प्रधानमंत्री के जनकपुरधाम, मुक्तिनाथ और पशुपतिनाथ धाम की यात्रा से पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।