नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेसी नेताओं द्वारा कहे जाने वाले अपशब्दों पर खुद पीएम मोदी ने कुरुक्षेत्र की एक रैली में इन गालियों का जिक्र किया । इस सब के बाद अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। वह बोले - पीएम मोदी को कांग्रेस की तरफ से अब तक दी गईं 56 गालियां हमारे लिए 56 भोग की तरह हैं । हम अपने प्रदर्शन के आधार पर चुनाव लड़ रहे हैं । यें चुनाव हमारे पांच साल के काम के आधार पर हो रहे हैं, हमने अपनी ओर से यही बात कही है , लेकिन दुर्भाग्यवश देश के प्रधानमंत्री के मान सम्मान के बारे में लगातार गंदी टिप्पणियां की गईं । कांग्रेस की ओर से खासकर जिसपर कांग्रेस अध्यक्ष को सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ गया । नितिन गडकरी ने कहा कि - ये दुर्भाग्य है कि ये लोग अपनी सरकार में 1984 दंगे में जो लोग मरे थे उनके परिवारों को न्याय नहीं दिला पाए। दंगा कराने वाले जो लोग थे उनको ये लोग सम्मान दे रहे हैं। जो 84 दंगों में अत्याचार और अन्नाय के सताए हैं ये लोग उन्हें न्याय नहीं दे पाए तो गरीबों को क्या न्याय दिलाएंगे।
लोगों को भटकाने के लिए अपशब्द
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने अपनी एक प्रेस वार्ता में कहा - पिछले 50 साल की तुलना में इन 5 सालों की तुलना होगी तो उसमें कांग्रेस घिर रही है, इसलिए कांग्रेस ने इन अपशब्दों के जरिए लोगों को भटकाने का काम किया । वह बोले मेरे पास पूरी लिस्ट है, जो कांग्रेसी नेताओं द्वारा अपशब्द कहे गए, वह करीब 56 है, लेकिन वो हमारे लिए 56 भोग की तरह हैं । देश के प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं बल्कि देश के होते हैं। दुर्भाग्यवश प्रधानमंत्री के मान सम्मान की बजाय विपक्ष और खास तौर से कांग्रेस द्वारा की उन पर अभद्र टिप्पणियां की गई ।
राहुल के बारे में सबको पता है
उन्होंने कहा - जिसमें राहुल जी को तो सुप्रीम कोर्ट में अपने ब्यान के बारे में जिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा वो सबको पता है । कांग्रेस ने पर्फोमेंस और कार्य चुनाव का मुद्दा न बने, इसके लिए विपक्ष दो बातों पर चुनाव को लेकर गये। पहला दलितों, माइनोरिटी, एससी-एसटी के मन में डर पैदा करना और दूसरा विकास के जो काम 50 साल में नहीं हुए और 5 साल में हुए, उस पर चर्चा न करके जानबूझकर गंदी-गंदी टिप्पणियां करना। लेकिन इस बार सुरक्षा के विषयों का भी राजनीतिकरण किया गया। राजनीति में मतभिन्नता हो सकती है लेकिन मनभेद और दुष्प्रचार नहीं होना चाहिए।
...लेकिन गरीबी हटी नहीं
गडकरी बोले - इनकी पीढ़ियां गरीबी हटाओ की बात करती रही, लेकिन गरीबी हटी नहीं। अब राहुल जी भी वही बात कह रहे हैं, तो इनकी विश्वनियता कहां हैं? ये न्याय नहीं है, आज तक हुए अन्याय की बात है । इस चुनाव में पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस एंड डेवलपमेंट यही हमारे मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। इसी के आधार पर हम जनता तक पहुंचे हैं और हमारी योजनाएं लोगों तक पहुंची हैं।