नागपुर । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने काम के साथ अपने बयानों को लेकर पिछले कुछ समय से ज्यादा ही सुर्खियों में आ रहे हैं। अब केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी का एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि जो बच्चे मेरिट में आते हैं वह IAS -IPS में अफसर बनते हैं, जबकि को प्रथम श्रेणी में पास होते हैं वह चीफ इंजीनियर बनते हैं , लेकिन तो दो-तीन बार फेल होते हैं, वह मंत्री बनते हैं। राजनीति में आने के लिए किसी प्रकार की कोई गुणवत्ता की जरूरत नहीं होती । इस दौरान उन्होंने साफ किया कि जिस तरह की खबरें चल रही है कि वह भी प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल हैं तो साफ कर दूं कि मैं इस रेस में नहीं हूं। मैं न सपने देखता हूं और सपने के लिए किसी के पास जाता हूं। मैं और मेरी पार्टी पीएम मोदी के साथ मजबूती से खड़ी है। मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
नागपुर में एक समारोह में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि आज समाज में कई तई तरह के लोग हैं और उतने ही रंग के राजनेता भी हैं। मैं अपनी पेंशन के लिए जीना चाहता हूं। मैं मक्खन लगाने वालों में से नहीं हूं। उन्होंने कहा - कई बार लोग मुझसे नाराज हो जाते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे झूठ बोलना नहीं आता है । मैं जो बोलता हूं मुंह पर बोल देता हूं। लेकिन बहुत से लोग हैं जो झूठा रोते हैं और झूठा हंसते हैं। भले ही उनके मन में किसी के लिए प्यार न हो, लेकिन वह उसे शख्स के लिए बहुत ही अच्छा अच्छा बोलते हैं। लेकिन यह सब मुझसे नहीं हो पाता । गडकरी ने कहा- "चतुर और चतरा इन दो शब्दों में अंतर है।’’
इस दौरान उन्होंने साफ किया कि वह प्रधानमंत्री की रेस में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पीएम बनने की मेरी को मह्तवकांक्षा नहीं है। न ही RSS की मुझे उम्मीदवार के रूप में पेश करने की कोई मंशा है। हमारे लिए देश सर्वोपरि है। मैं पूरे जोर-शोर से साथ कहता हूं कि मेरा मंत्र सिर्फ अथक काम करना है। मैंने राजनीति और काम का कभी कोई हिसाब-किताब नहीं किया। न ही कभी कोई लक्ष्य तय किया। मैं तो चला, जिधर चले रास्ता।