श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सेना ने आतंकियों के खात्मे के लिए आॅपरेशन आॅल आउट चलाया हुआ है लेकिन महज 3 फीट के एक आतंकी ने फिलहाल सेना की नाक में दम कर रखा है। जैश-ए-मोहम्मद के इस आतंकी का नाम नूर मोहम्मद तांत्रे है और हाल ही में उसने दक्षिण कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद की कमान संभाली है।
पेरोल पर भागकर बना आतंकी
आपको बता दें कि नूर मोहम्मद पुलवामा के त्राल इलाके का रहने वाला है और काफी पढ़ा-लिखा भी है। 47 साल का नूर मोहम्मद पेशे से इंजीनियर था। साल 2003 में दिल्ली पुलिस ने आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया और 2011 में आतंकवाद निरोधी अधिनियम (पोटा) कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई लेकिन पैरोल पर बाहर आया यह इंजीनियर भागकर जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया। अवंतीपोरा के एसपी मोहम्मद जाहिद ने कहा कि कश्मीर में हालिया आतंकी हमलों की जांच में ये बात सामने आई है कि नूर मोहम्मद तांत्रे का अहम किरदार रहा है। एसपी मोहम्मद जाहिद ने बताया कि नूर ने जैश के ही एक अन्य आतंकी मुफ्ती वकास के साथ मिलकर दक्षिण कश्मीर में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है।
ये भी पढ़ें - अयोध्या दौरे के दूसरे दिन हनुमानगढ़ी पहुंचे योगी, रामलला के किए दर्शन
गाजी बाबा का करीबी
यहां यह भी बता दें कि महज तीन फुट का नूर मोहम्मद बहुत खूंखार और चालाक है। अपने कद की वजह से यह पुलिस और सेना द्वारा आसानी से पहचाना नहीं जा रहा है। अगस्त में पुलवामा इलाके में पुलिस लाइन पर हुए हमलों को भी इसी ने अंजाम दिया था जिसमें 8 सुरक्षाबल शहीद हो गए थे। हालांकि सेना ने जवाबी कार्रवाई में 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नूर मोहम्मद तांत्रे पहले जैश कमांडर गाजी बाबा का करीबी था जिसने 2001 में संसद हमले का षडयंत्र रचा था।