नई दिल्ली । पुलवामा में आतंकी हमले के बाद सीआरपीएफ ने देश और आतंकी संगठनों को एक संदेश दिया था न भूलेंगे न माफ करेंगे। इस सब के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने कहा है कि पुलवामा हमले को ना राष्ट्र भूला है और ना भूलेगा। सीआरपीएफ (CRPF) के 80वें स्थापना दिवस पर परेड का निरीक्षण करने के बाद डोभाल ने कहा कि इस समय देश की सेना और सभी सुरक्षा बल आतंक का मुकाबला करने में पूरी तरह से सक्षम है । पुलवामा हमले के बाद हमें क्या करना चाहिए, हमने क्या किया और हम क्या करेंगे ये सारे फैसले लेने में सक्षम हैं।
गुड़गांव के कादरपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी और ग्रुप सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में बतैर मुख्य अतिथि पहुंचे एनएसए अजित डोभाल ने इस दौरान कहा कि हमारी सेना को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी छूट मिली हुई है। हम आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए हम आतंकियों से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं। इस दौरान अगर हमें आतंकियों की मदद करने के वालों को भी सबक सिखाना पड़ा तो हम पीछे नहीं हटेंगे।
उन्होंने कहा, 'आंतरिक सुरक्षा का बहुत महत्व है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 37 देश ऐसे थे, जो टूट गए या फिर अपनी संप्रभुता खो बैठे। इनमें से 28 का कारण आंतरिक संघर्ष था। देश अगर कमजोर होते हैं तो उसका कारण कहीं न कहीं आंतरिक सुरक्षा की कमी होती है। इसका दायित्व सीआरपीएफ पर है तो आप समझ सकते हैं कि कितनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आपको मिली है।'
इस दौरान वह बोले- मेरा भी इस यूनिफॉर्म के साथ और भारत की सुरक्षा से 51 साल से जुड़ाव है। इनमें से 37 साल मैं भी पुलिस का हिस्सा रहा। मुझे सेना और पुलिस के साथ काम करने का मौका मिला। लेकिन, आप के बल की कुछ विशेषताएं हैं। यही एक बल है, जिसमें इतनी विविधता है।