नई दिल्ली। भाजपा के राश्ट्रीय उपाध्यक्ष और में उत्तर प्रदेश के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर इन दिनों नाराज चल रहे है। ओम माथुर बीते 9 महीनों से यूपी में होने वाली बैठकों में शामिल नहीं हुए हैं। माना जा रहा है कि ओम माथुर प्रदेश गुटबाजी और संगठन मंत्री सुनील बंसल के कामकाज के रवैये से नाखुश हैं। यही कारण है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के यूपी के दो दिवसीय दौरे के दौरान भी माथुर कहीं नजर नहीं आए।
ओम प्रकाश माथुर को बेहतर संगठनकर्ता और कुषल संचालक और रणनीतिकार माना जाता है और इस बात को उन्होंने पिछले चुनावों में पार्टी के पक्ष में काम करके साबित भी किया है। इस वजह से ही उन्हें उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और राजनीतिक रूप से काफी अहम उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है। पिछले महीनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष के कई कार्यक्रम हुए लेकिन माथुर कहीं पर दिखाई नहीं दिए। प्रदेश में बीते दिनों उप चुनाव भी हुए और चुनावों में भाजपा की हार भी हुई फिर भी उन्हें बोलते नहीं देखा गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के राश्ट्रीय उपाध्यक्ष और में उत्तर प्रदेश के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर भाजपा की राज्य इकाई और प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल के कामकाज के रवैये से नाराज हैं। माथुर राज्य भाजपा में गुटबाजी से परेशान हैं। सत्ता में आने के बाद से राज्य भाजपा में गुटबाजी बढ़ी है। पार्टी के कुछ नेता उनसे विचार विमर्श किए बगैर निर्णय ले रहे हैं। सूत्रों की मानें माथुर खासे नाराज हैं और वे यूपी प्रभारी पद को जारी रखना नहीं चाहते। संघ के प्रचारक माथुर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी भी माना जाता है। माथुर 2014 से यूपी के प्रभारी हैं।